असम के वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सराहना करने पर राज्य में 130 लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
नई दिल्लीः असम के वरिष्ठ मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने रविवार को कहा कि अगर भाजपा सत्ता में वापस नहीं आती है तो पाकिस्तान सेना या आतंकवादी भारतीय संसद और असम विधानसभा की इमारत पर हमला कर सकते हैं और ऐसी स्थिति में भारत के पास जवाबी कार्रवाई करने का साहस नहीं होगा.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नागांव जिले के कामपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा, ‘अगर हम देश और असम में दोबारा मोदी सरकार को नहीं लेकर आए तो पाकिस्तानी सेना या आतंकवादी शायद भारतीय संसद और असम विधानसभा पर हमला कर सकते हैं और प्रधानमंत्री के पास इसका जवाब देने का साहस नहीं होगा.’
उन्होंने कहा, ‘देश को नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री की जरूरत है. नया भारत जवाब दे सकता है और उसके पास पाकिस्तान के खिलाफ जरूरी कदम उठाने का साहस है.’
शर्मा ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सराहना करने के लिए असम में 130 लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
उन्होंने कहा, ‘जरा इसके बारे में सोचिए, हमने असम में ऐसी ताकतों को पनपने दिया है, जिनके पास सोशल मीडिया में पाकिस्तान जिंदाबाद लिखने का साहस है. यह कैसे हुआ?’
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान जिंदाबाद लिखने वाले लोगों के आगे घुटने टेक दिए हैं.
उन्होंने कहा, ‘अगर हम भाजपा के नेतृत्व के तहत एकजुट नहीं होंगे तो पाकिस्तान जिंदाबाद कहने वाले लोग एक दिन असम में हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट कर देंगे. इसलिए हमारा युद्ध सिर्फ विकास के लिए नहीं है. यह विकास की राजनीति के साथ पहचान की राजनीति है. एक तरफ, हम विकास के लिए लड़ेंगे और दूसरी तरफ हम अपनी पहचान और भूमि की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ेंगे.’
उन्होंने कहा कि ना-अहोमिया (नए असमिया लोग) पाकिस्तान के साथ हैं, न कि भारत के साथ. गौरतलब है कि ना-अहोमिया शब्द का इस्तेमाल बंगाली मूल के मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्होंने भाषाई जनगणना में असम को अपनी मातृभाषा माना है.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि हम विकास के साथ-साथ असम में छिपे पाकिस्तान एजेंटों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएंगे.