जेएनयू में सुकमा हमले पर जश्न मनाने की फर्ज़ी ख़बर पर वेबसाइटों के ख़िलाफ़ एफआईआर

जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष के मुताबिक, इस फर्ज़ी ख़बर के बाद जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों को हत्या और बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं.

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दैनिक भारत डॉट ओआरजी द्वारा लगाई गई खबर का स्क्रीन शॉट.

जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष के मुताबिक, इस फर्ज़ी ख़बर के बाद जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों को हत्या और बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं.

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दैनिक भारत डॉट ओआरजी द्वारा लगाई गई खबर का स्क्रीन शॉट.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ ने दो वेबसाइटों के खिलाफ गुरुवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि वे यह दुर्भावनापूर्ण खबरें फैला रही हैं कि संस्थान के छात्र सुकमा नक्सली हमले का महिमामंडन कर रहे हैं.

जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे ने कहा, ‘सृष्टान्यूज.कॉम और दैनिकभारत.ओआरजी वेबसाइट ऐसी खबरें फैला रहे हैं, जिनमें दावा किया गया है कि जेएनयू के छात्र सुकमा में हुए नक्सली हमले का महिमामंडन कर रहे हैं.’

इन वेबसाइटों ने अपनी खबरों में जिन तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है वह सितंबर 2015 और 2013 के छात्रसंघ चुनावों की है. इसके अलावा एक तस्वीर जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को 2016 में जमानत मिलने के समय की है.

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सृष्टान्यूज.कॉम द्वारा लगाई गई खबर का स्क्रीन शॉट. (साभार: scoopwhoop.com)

मोहित ने आरोप लगाया कि इन वेबसाइटों की विचारधारा भाजपा और आरएसएस के क़रीब है. ये फर्ज़ी ख़बरें तेज़ी से फैली हैं.

उन्होंने कहा, ‘इस तरह की सामग्री से जेएनयू छात्रों की छवि खराब हो रही है जो तमाम सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. इस फर्ज़ी खबर के बाद जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों को हत्या और बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं.इस दुष्प्रचार से इन धमकियों को और बल मिलेगा. जेएनयू के तमाम शिक्षक छात्र-छात्राओं व शिक्षक और कर्मचारियों के लिए एक असुरक्षित माहौल खड़ा होगा. ऐसे समय में जब हम तमाम लोग संवेदनशील होकर इस तरह की भयावह घटना के कारणों की पड़ताल में लगे हैं, इस तरह के समाचार प्रकाशन असंवेदनशील होकर इस घटना का मजाक उड़ाने में व्यस्त हैं, जोकि अपने आप में मानवता विरोधी कदम है.’

मोहित ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा है, ‘हम आपसे इस तरह की वेबसाइटों के लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं.’

पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस शिकायत की अभी जांच की जा रही है.

(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)