महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के सुदिन धवलीकर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई को गोवा का उप मुख्यमंत्री चुना गया है. मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा का मुख्यमंत्री पद ख़ाली हो गया था.
पणजी: गोवा में भाजपा नेता प्रमोद सावंत को नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है. सोमवार देर रात दो बजे राजभवन में राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने प्रमोद सावंत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
प्रमोद सावंत के अलावा महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के सुदिन धवलीकर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई को गोवा का उप मुख्यमंत्री चुना गया. साथ ही प्रमोद सावंत के मंत्रिमंडल के लिए नौ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली.
शपथ ग्रहण करने के बाद प्रमोद सांवत ने कहा, ‘पार्टी (भाजपा) ने मुझे बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी है. मैं इसे सबसे बेहतर तरीके से निभाने की कोशिश करूंगा. आज मैं जो कुछ भी हूं वह मनोहर पर्रिकर की वजह से हूं. उन्हीं की वजह से मैं गोवा विधानसभा का अध्यक्ष बना और आज मुख्यमंत्री हूं.’
Pramod Sawant: Party has given me a huge responsibility, I will try my best to carry it out in the best possible manner. Whatever I am today is all due to Manohar Parrikar. It was he who brought me to politics, I became the Speaker and the CM today, due to him. #Goa pic.twitter.com/Y6pBz3rbsL
— ANI (@ANI) March 18, 2019
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के मनोहर अजगांवकर, भाजपा के मौविन गोडिन्हो, विश्वजीत राणे, मिलिंद नायक और नीलेश कबराल, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विनोद पालीयेकर और जयेश सलगांवकर के अलावा निर्देलीय विधायक रोहन खाउंटे और गोविंद गावड़े ने राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों के रूप में शपथ ली.
#Correction Goa: MGP's* Manohar Ajgaonkar, BJP's Mauvin Godinho, Vishwajit Rane, Milind Naik and Nilesh Cabral, Goa Forward Party's Vinod Palyekar and Jayesh Salgaonkar & Independent MLAs Rohan Khaunte and Govind Gawade also took oath at the Raj Bhavan as state cabinet ministers.
— ANI (@ANI) March 18, 2019
मालूम हो कि बीते 17 मार्च की रात को मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा के मुख्यमंत्री का पद ख़ाली हो गया था. पैंक्रियाटिक कैंसर से पीड़ित 63 वर्षीय मनोहर पर्रिकर पिछले कुछ समय से काफी बीमार चल रहे थे.
भाजपा गोवा में गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ एक गठबंधन सरकार चला रही थी. गोवा विधानसभा के अध्यक्ष प्रमोद सावंत मनोहर पर्रिकर के काफी क़रीबी थे.
इससे पहले सोमवार को गोवा में दिनभर सियासी ड्रामा होता रहा. कांग्रेस ने मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद सरकार बनाने का दावा किया था. विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में सभी 14 कांग्रेसी विधायक राजभवन गए और सिन्हा को यह कहते हुए एक पत्र सौंपा कि उनकी विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और उन्हें सरकार बनाने की अनुमति दी जानी चाहिए.
हालांकि नई सरकार के गठन से पहले सोमवार देर रात अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर भाजपा की रणनीति तय करने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था, ‘हमारे गठबंधन सहयोगी और विधायक राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं. गोवा के राज्यपाल को बहुमत साबित करने वाला पत्र भी सौंपा जाएगा.’
40 सदस्यों वाले गोवा विधानसभा में अभी चार सीटें ख़ाली हैं. मनोहर पर्रिकर और फरवरी महीने में भाजपा नेता फ्रांसिस डिसूजा की मौत तथा कांग्रेस के दो विधायकों- सुभाष शिरोडकर व दयानंद सोप्ते के इस्तीफ़ा देने के बाद ये चार सीटें ख़ाली हैं.
इस प्रकार 36 सीटों पर विधानसभा अध्यक्ष रहे प्रमोद सावंत को मिलाकर भाजपा के पास 12 विधायक हैं. भाजपा को गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायकों का समर्थन प्राप्त है.
तीन निर्दलीय विधायक भी नई सरकार के साथ हैं. इन्हें मिलाकर भाजपा के पास 21 विधायक हो जाते हैं, जो बहुमत के आंकड़े से दो ज़्यादा हैं. उधर, कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं. उसके साथ एनसीपी का भी एक विधायक है.
45 वर्षीय प्रमोद सांवत पेशे से आयुर्वेद के डॉक्टर हैं. उनकी पत्नी सुलक्षणा शिक्षक होने के साथ भाजपा की नेता भी हैं. प्रमोद गोवा के सैंकलिम विधानसभा सीट से विधायक हैं. प्रमोद सावंत ने आयुर्वेदिक चिकित्सा में महाराष्ट्र के कोल्हापुर की गंगा एजुकेशन सोसायटी से स्नातक किया है. इसके बाद उन्होंने सामाजिक कार्य में परास्नातक की डिग्री ली है.
इस बीच गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार बीते सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ किया गया और इस अवसर पर हज़ारों लोगों ने नम आंखों के साथ अपने इस लोकप्रिय नेता को अंतिम विदाई दी.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, विभिन्न केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने मीरामार में हुई पर्रिकर की अंत्येष्टि में हिस्सा लिया. पर्रिकर की चिता को उनके ज्येष्ठ पुत्र उत्पल ने मुखाग्नि दी. भाजपा के इस नेता की अंतिम यात्रा ‘कला अकादमी’ से शुरू हुई जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सैकड़ों लोगों ने मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी.