बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भीम आर्मी भाजपा की साजिश के तहत बनाया गया था और अपनी दलित विरोधी मानसिकता के साथ, यह अब तुच्छ राजनीति में लिप्त है.
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने रविवार को भाजपा पर आगामी लोकसभा चुनाव में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद को वाराणसी से चुनाव मैदान में उतारने की कथित साजिश रचने का आरोप लगाया. आजाद ने गुरुवार को वाराणसी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र में मात देने का दावा किया.
मायावती ने ट्विटर पर लिखा, ‘दलित वोटों को बांटने और इसका लाभ लेने के इरादे से, भाजपा ने वाराणसी लोकसभा सीट से भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को मैदान में उतारने की साजिश रची है. यह संगठन भाजपा की साजिश के तहत बनाया गया था और अपनी दलित विरोधी मानसिकता के साथ, यह अब तुच्छ राजनीति में लिप्त है.’
The BJP tried hard to help Bhim Army chief Chandrasekhar join the BSP as its mole but failed in its conspiracy. It is very imperative in the national interest to dislodge autocratic, despotic anti-Dalit, OBC & minorities BJP from power. Pls ensure no vote goes waste. My Appeal.
— Mayawati (@Mayawati) March 31, 2019
उन्होंने आगे लिखा, ‘भाजपा ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को बसपा में शामिल होने में मदद करने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वे अपने षड्यंत्र में विफल रहे. निरंकुश, दलित विरोधी, ओबीसी विरोधी और अल्पसंख्यक विरोधी भाजपा को सत्ता से बाहर निकालना राष्ट्रीय हित में बहुत जरूरी है. कृपया सुनिश्चित करें कि कोई वोट बेकार न जाए. मेरी अपील.’
इससे पहले गुरुवार को, आज़ाद ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है क्योंकि महागठबंधन के पास मोदी के खिलाफ कोई प्रबल दावेदार नहीं है.
बीजेपी ने गुप्तचरी करनेे के लिये पहले चन्द्रशेखर को बी.एस.पी. में भेजने का प्रयास किया लेकिन उनका यह षडयंत्र विफल रहा। अहंकारी, निरंकुश व घोर जातिवादी व साम्प्रदायिक बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिये आपका एक-एक वोट बहुत कीमती है। इसे किसी भी हाल में बर्बाद नहीं होने दे : अपील।
— Mayawati (@Mayawati) March 31, 2019
आजाद ने कहा था, ‘मैं इस सीट से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लडूंगा क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कोई ऐसा व्यक्ति हो, जो देश को कमजोर कर रहा हो, उत्तर प्रदेश से जीत जाए. मैंने पहले ही कहा था कि अगर बहनजी (मायावती), अखिलेश भाई या मुलायम सिंह यादव सीट से नहीं लड़ते हैं, तो मैं वाराणसी से चुनाव लडूंगा. मैं मोदी के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. मैं मोदी को आसानी से जीतने नहीं दूंगा.’
किसी राजनीतिक दल के साथ किसी भी संभावित गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि वह इस समय किसी का समर्थन नहीं कर रहे हैं और यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि कौन उनका समर्थन कर रहा है.