श्रीनगर की एक स्थानीय महिला से दोस्ती रखने के दोषी मेजर गोगोई का पद घटाया जा सकता है. वह 2017 में पत्थरबाजी करने वाले युवक को मानव ढाल बनाने की वजह से विवादों में आए थे.
![लीतुल गोगोई (फोटो: पीटीआई)](https://hindi.thewire.in/wp-content/uploads/2018/05/Screen-Shot-2018-05-25-at-12.14.49-PM.png)
नई दिल्लीः मेजर लीतुल गोगोई के खिलाफ कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. श्रीनगर में स्थानीय महिला से दोस्ती करने के लिए सजा के तौर पर उन्हें वरिष्ठता में कटौती का सामना करना पड़ सकता है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
मालूम हो कि मेजर गोगोई 2017 में पत्थरबाजी करने वाले एक युवक को मानव ढाल के रूप में जीप के आगे बांधने की वजह से चर्चा में आए थे.
अपनी यूनिट से अनाधिकृत रूप से गैरहाजिर रहने की वजह से मेजर गोगोई के ड्राइवर समीर मल्ला के कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया भी हाल ही में कश्मीर घाटी में पूरी हुई है और उसे कड़ी फटकार लगाई जा सकती है.
फरवरी में मेजर गोगोई और उनके ड्राइवर के खिलाफ सबूत पूरे होने के बाद कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू की गई थी. दोनों को स्थानीय महिला से दोस्ती और ड्यूटी स्थल से दूर होने का दोषी पाया गया है.
मल्ला को 2017 में क्षेत्रीय सेना में शामिल किया गया था और वह जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान में जुटी राष्ट्रीय राइफल्स के साथ 53 सेक्टर में तैनात था.
अधिकारियों ने कहा कि फरवरी के शुरू में मेजर गोगोई और उनके चालक के खिलाफ समरी ऑफ एविडेंस के पूरा होने के बाद कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू हुई. दोनों को दो मामलों में निर्देशों के विपरीत एक स्थानीय निवासी से दोस्ती करने और संचालन क्षेत्र में रहने के दौरान अपनी तैनाती की जगह से दूर रहने का दोषी पाया गया.
उन्होंने कहा कि सैन्य अदालत ने आरोपियों के साथ ही गवाहों के बयान दर्ज किए और सजा दी, जिसका निरीक्षण सैन्य मुख्यालय द्वारा किया जाएगा.
आर्मी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) ने पिछले साल 23 मई को श्रीनगर के एक होटल में हुई घटना में मेजर गोगोई और उनके चालक को दोषी ठहराने के बाद मेजर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी.
(समाचार एजेंसी भाषा की इनपुट के साथ)