चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से चुनाव प्रचार में सुरक्षा बलों की तस्वीरें लगाने और उनकी गतिविधियों को शामिल करने से मना किया हुआ है. मंगलवार को एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार मतदान करने वालों से कहा था कि अपना वोट उन्हें समर्पित करें जिन्होंने बालाकोट हवाई हमले को अंजाम दिया.
नई दिल्ली/औसा: चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का संज्ञान लिया है जिसमें उन्होंने पहली बार मतदान करने वालों से कहा है कि अपना वोट उन्हें समर्पित करें जिन्होंने बालाकोट हवाई हमले को अंजाम दिया. आयोग ने महाराष्ट्र में चुनाव अधिकारियों से इस पर रिपोर्ट मांगी है.
चुनाव आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी से जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
महाराष्ट्र के लातूर ज़िले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से बालाकोट हमले के नाम पर वोट मांग मोदी आदर्श आचार संहिता के दायरे से बाहर जाते भी दिखे.
लातूर के औसा में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘क्या आप अपना पहला वोट उन लोगों को समर्पित कर सकते हैं जिन्होंने हवाई हमले किए.’
मोदी ने कहा, ‘मैं पहली बार मतदान करने वालों से कहना चाहता हूं, क्या आपका पहला वोट वीर जवानों को समर्पित हो सकता है जिन्होंने हवाई हमले किए (पाकिस्तान के अंदर)? क्या आपका पहला वोट पुलवामा (आतंकवादी हमले) के शहीदों को समर्पित हो सकता है?’
Dear first time voters,
I have a special request for you… pic.twitter.com/0MLVBkdFQD
— Narendra Modi (@narendramodi) April 9, 2019
चुनाव आयोग द्वारा पिछले महीने जारी परामर्श के सिलसिले में यह रिपोर्ट मांगी गई है.
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने 19 मार्च को परामर्श जारी कर पार्टियों और उनके उम्मीदवारों से अपनी प्रचार सामग्री में सुरक्षा बलों की तस्वीरें लगाने से मना किया था.
आयोग ने कहा था, ‘पार्टियों, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि उनके प्रचारकों, उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के दौरान रक्षा बलों की गतिविधियों को शामिल करने से परहेज करना चाहिए.’
महाराष्ट्र में हुई रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते मंगलवार को कांग्रेस पर हमला तेज़ करते हुए कहा कि अगर उनके नेताओं ने समझदारी से काम लिया होता तो पाकिस्तान नहीं बनता.
प्रधानमंत्री ने पहली बार वोट देने वालों से कहा कि आपका पहला वोट ऐसा है जिसे आप पूरी जिंदगी याद रखेंगे. मोदी ने कहा था, ‘आप हमेशा याद करेंगे कि आपने किसे वोट दिया और किस चुनाव में वोट दिया.’
मोदी ने कहा, ‘क्या आपका पहला वोट गरीबों को पक्का घर मुहैया कराने वालों के लिए होगा? क्या आपका पहला वोट किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने वालों के लिए नहीं होना चाहिए?’
मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी से पहले कांग्रेस नेताओं ने अगर समझदारी से काम लिया होता तो 1947 में पाकिस्तान ना बनता.
मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र और पाकिस्तान की भाषा एक है. मोदी ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट पर हवाई हमले के बाद से विपक्षी दल सुरक्षा बलों की वीरता पर सवाल उठा रहे हैं.
मोदी ने कहा, ‘आपने देखा होगा कल-परसों कैसे कांग्रेस के दरबारियों के घर से बक्सों में नोट निकले हैं, नोट से वोट खरीदने का ये पाप इनकी राजनीतिक संस्कृति रही है. ये पिछले छह महीने से बोल रहे हैं कि ‘चौकीदार चोर है’ लेकिन नोट कहां से निकले? असली चोर कौन है?’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सैन्य बलों को दी गई विशेष शक्तियां वापस लेना चाहती है. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान भी यही चाहता है ताकि आतंकवादी मजे कर सकें. कांग्रेस ने कहा था कि वह राजद्रोह कानून को खत्म करना चाहती है. पाकिस्तान भी यही चाहता है. वह भारत के खिलाफ काम करने वालों को आजाद करना चाहते हैं.’
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी रैली में मौजूद थे. मोदी ने अपने भाषण में उद्धव को अपना ‘छोटा भाई’ बताया और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की प्रशंसा भी की.
लोकसभा चुनाव में एकसाथ उतरने की घोषणा करने के बाद मोदी और ठाकरे की यह पहली संयुक्त रैली है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)