चुनाव आयोग की दूरदर्शन को नसीहत, किसी एक राजनीतिक दल को तवज्जो देने से बचें

बीते दिनों चुनाव आयोग द्वारा डीडी न्यूज़ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम को करीब एक घंटे तक दिखाने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था.

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‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, (फोटो साभार: पीटीआई)

बीते दिनों चुनाव आयोग द्वारा डीडी न्यूज़ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम को करीब एक घंटे तक दिखाने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था.

‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, (फोटो साभार: पीटीआई)
‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने दूरदर्शन को नसीहत दी है कि वह किसी भी दल को खास तवज्जो देने अथवा असमान एयरटाइम कवरेज देने से परहेज करे.

चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को कड़े शब्दे में पत्र लिखकर कहा,‘हम चाहते हैं कि आप (सचिव) डीडी न्यूज चैनल को किसी दल को खास तवज्जो देने अथवा किसी पार्टी के पक्ष में असमान एयरटाइम कवरेज देने से परहेज करने के निर्देश दें और सभी राजनीतिक दलों की गतिविधियों की संतुलित कवरेज देने को कहें…’

आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम को करीब एक घंटे तक दिखाने के लिए हाल ही में डीडी न्यूज को कारण बताओ नोटिस भेजा था. इस प्रसारण के बाद विपक्षी दलों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत की थी.

अपने जवाब में डीडी न्यूज़ ने कथित तौर पर कहा था कि लोकसभा चुनाव तारीख़ों के ऐलान के बाद से भाजपा को समाचार स्लॉट पर सबसे अधिक समय दिया जाता है, उसके बाद कांग्रेस का नंबर आता है.

चुनाव आयोग ने मंत्रालय के सचिव को लिखे पत्र में यह भी कहा, ‘डीडी की रिपोर्ट में यह बताया गया था कि विभिन्न राजनीतिक दलों को दिया जाने वाला एयरटाइम कवरेज समान और संतुलित नहीं है, जो तटस्थता बनाए रखने के सिद्धांत के ख़िलाफ़ है ख़ासतौर पर आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के संदर्भ में.’

चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ-साथ दूरदर्शन को भी पत्र लिखकर जवाब मांगा था कि उसने 31 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम का एक घंटे का प्रसारण कैसा किया.

मालूम हो कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ‘नमो टीवी’ के लॉन्च को लेकर भी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को नोटिस जारी कर इस पर रिपोर्ट मांगी थी. 

इस पर मंत्रालय ने ‘चुनाव आयोग को सफाई दी थी कि ‘नमो टीवी’ कोई लाइसेंस प्राप्त चैनल नहीं बल्कि विज्ञापन प्लेटफॉर्म है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)