मुस्लिमों को लेकर दिए बयान पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी

केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में कहा था कि अगर मुस्लिम मुझे वोट नहीं देंगे तो मैं भी उनके लिए काम नहीं करूंगी.

New Delhi: Union Minister for Women & Child Development Maneka Gandhi addresses a press conference regarding her ministry's achievements and initiatives, in New Delhi on Wednesday, June 06, 2018. (PTI Photo/Vijay Verma) (PTI6_6_2018_000062B)
भाजपा सांसद मेनका गांधी (फाइल फोटो: पीटीआई)

केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में कहा था कि अगर मुस्लिम मुझे वोट नहीं देंगे तो मैं भी उनके लिए काम नहीं करूंगी.

New Delhi: Union Minister for Women & Child Development Maneka Gandhi addresses a press conference regarding her ministry's achievements and initiatives, in New Delhi on Wednesday, June 06, 2018. (PTI Photo/Vijay Verma) (PTI6_6_2018_000064B)
मेनका गांधी (फोटो: पीटीआई)

सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बीते दिनों मुस्लिम मतदाताओं से कहा था कि अगर मुस्लिम मुझे वोट नहीं देंगे तो मैं भी उनके लिए काम नहीं करूंगी.

उनके इस बयान पर सुल्तानपुर ज़िले के चुनाव अधिकारियों ने मेनका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा दिल्ली में चुनाव आयोग भी उनके भाषण का परीक्षण कर रहा है.

उत्तर प्रदेश चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि जिला चुनाव अधिकारियों की ओर से थमाए गए नोटिस पर मेनका को तीन दिनों के भीतर जवाब देना होगा.

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सुल्तानपुर के मुस्लिम बहुल क्षेत्र तूराबखानी में गुरुवार को आयोजित एक चुनावी सभा में कहा था, ‘लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत तो रही हूं. लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा. फिर दिल खट्टा हो जाता है और जब मुसलमान किसी काम के लिए आते हैं तो फिर मैं सोचती हूं कि नहीं रहने ही दो, क्या फर्क पड़ता है, आखिर नौकरी एक सौदेबाजी ही होती है.’

मेनका ने आगे कहा था, ‘ऐसा नहीं है कि हम लोग महात्मा गांधी की छठी औलाद हैं कि हम देते ही जाएंगे, देते ही जाएंगे… और फिर चुनाव में मात खाएंगे. यह आपको समझना पड़ेगा क्योंकि यह जीत आपके बिना भी होगी, आपके साथ भी होगी. यह बात आपको हर जगह फैलानी पड़ेगी. जब मैं खुद दोस्ती का हाथ लेकर आईं हूं.’

उन्होंने कहा था, ‘आप पीलीभीत में फोन करके पूछ लें कि मेनका गांधी वहां कैसी थीं. अगर आपको लगे कि कहीं भी हमसे गुस्ताखी हो गई है तो हमको वोट मत देना लेकिन अगर आपको लगे कि हम खुले दिल से आएं हैं और अब आपको कल मेरी जरूरत पड़ेगी तो हमें वोट करना. चुनाव तो मैं पार कर चुकी हूं, अब आपको मेरी जरूरत पड़ेगी और अब आपको इस ज़रूरत के लिए नींव डालना है तो यह वक़्त है. जब आपके पोलिंग बूथ का रिजल्ट निकलेगा और 50 या 100 वोट निकलेंगे तो उसके बाद आप काम के लिए आओगे तो वही होगा.’

इस बीच दिल्ली में कांग्रेस ने मुस्लिम मतदाताओं के संदर्भ में मेनका गांधी के एक बयान को लेकर शुक्रवार को चुनाव आयोग से आग्रह किया कि चुनावी ‘कदाचार’ के लिए उनका नामांकन खारिज किया जाए.

पार्टी ने यह भी कहा कि धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए मेनका के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज होनी चाहिए. विभिन्न मुद्दों पर शिकायत करने के लिए कांग्रेस के एक शिष्टमंडल ने चुनाव आयोग को अपना प्रतिवेदन सौंपा. इस दौरान पार्टी शिष्टमंडल द्वारा मेनका गांधी के बयान का भी मुद्दा उठाया गया.

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘सच्चाई ये है कि मोदी जी और उनके मंत्री बौखला गए हैं. चुनाव की दौड़ को वो पूरी करने में अपने आपको असक्षम पा रहे हैं. इसलिए कभी जाति का नाम लेकर, कभी धर्म का नाम लेकर, कभी उत्तर और दक्षिण भारत का नाम लेकर, कभी रंगभेद करके, कभी भाषा का नाम लेकर, कभी कपड़ों को लेकर, कभी भोजन का नाम लेकर इस देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब को मिटाना चाहते हैं.’

मेनका गांधी इस बार सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं, जबकि उनके बेटे वरुण गांधी उनकी सीट पीलीभीत से चुनाव लड़ रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)