गुड़गांव: ऑटोमोबाइल कंपनी में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दो लोगों की मौत

तीसरे व्यक्ति की हालत बहुत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है. अभी इस मामले में केस दर्ज किया जाना बाकी है.

​​(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

तीसरे व्यक्ति की हालत बहुत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है. अभी इस मामले में केस दर्ज किया जाना बाकी है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

गुड़गांव: गुड़गांव के नरसिंहपुर में रविवार को एक ऑटोमोबाइल कंपनी में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान दो सफाईकर्मियों की मौत हो गई.

मृतक व्यक्ति 33 वर्षीय असलम पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और 35 वर्षीय शिव कुमार बिहार से थे. दोनों लोग कॉन्ट्रैक्चुअल वर्कर (संविदा मजदूर) थे.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक तीसरे व्यक्ति की हालत बहुत गंभीर है और फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. अभी इस मामले में केस दर्ज किया जाना बाकी है.

ये घटना सनबीम ऑटो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में साढ़े चार बजे शाम में हुई जब असलम काम करते हुए चक्कर खाकर गिर गया. कर्मचारी संगठन के लोगों ने नाम न लिखने की शर्त पर इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कुमार असलम की मदद करने गए थे.

एक मजदूर ने बताया, ‘लेकिन ऐसा लगता है कि कुमार ने भी गैस सूंघ ली और वो बेहोश हो गए.’ इसी बीच टैंक के पास खड़े तीसरे मजदूर शैलेश को भी चक्कर आना शुरु हुआ था लेकिन बेहोश होने से पहले उन्हें खींच लिया गया.

गुड़गांव पुलिस के पीआरओ सुभाष बोकेन ने कहा कि तीनों व्यक्तियों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और वो फिलहाल यहां आ रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘उनके आने के बाद शिकायत करने पर मामला दर्ज किया जाएगा.’

पीड़ित व्यक्तियों को एक कॉन्ट्रैक्टर के जरिए नौकरी पर रखा गया था. हालांकि अभी उसका पता नहीं चल पाया है.

मालूम हो कि पिछले कई सालों से सुरक्षा उपकरणों की कमी के वजह से हजारों सफाईकर्मियों की मौत हो चुकी है लेकिन अभी भी सरकारी और निजी विभागों में इन उपकरणों की भारी कमी है.

सफाईकर्मी और मैला ढोने वालों के लिए काम करने वाली दिल्ली स्थित गैर-सरकारी संस्था (एनजीओ) सफाई कर्मचारी आंदोलन के आंकड़ों के मुताबिक साल 2000 से अब तक में सीवर सफाई के दौरान 1,760 सफाई कर्मचारियों की मौत हो चुकी है.