घटना नोएडा के सेक्टर 107 के सलारपुर में हुई. सीवर की खुदाई करते समय पास के नाले का पानी गड्ढे में भर गया, जिसमें डूबने से मजदूरों की मौत हो गई. छह घंटों की मशक्कत के बाद एनडीआरएफ की गोताखोर टीम ने शवों को निकाला.
नई दिल्ली: सीवर सफाई के दौरान हादसों में सफाई कर्मचारियों की मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. गुरुवार रात को नोएडा के सलारपुर में सीवर सफाई के दौरान दो मजदूरों की मौत हो गई.
पत्रिका की खबर के मुताबिक नोएडा सेक्टर 107 में स्थित सलारपुर में गुरुवार देर रात सीवर की खुदाई करते समय पास में बह रहे नाले का पानी भरने से दो मजदूरों की डूबने से मौत हो गई. दोनों के शव पानी के साथ निकली मिट्टी से दब गए थे.
सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर मजदूरों को निकालने की कोशिश की थी, लेकिन शव नहीं निकाल पाए. बाद में एनडीआरएफ की टीम को गाजियाबाद से बुलाया गया.
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही रात पौने दो बजे के करीब एनडीआरएफ की गोताखोर टीम, इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव के नेतृत्व में गाजियाबाद से पहुंची और सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.
काफी मशक्कत के बाद सुबह साढ़े छह बजे पहली और साढ़े सात बजे दूसरी लाश को रिकवर की गई. एनडीआरएफ की गोताखोर टीम ने शुक्रवार सुबह शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मृतकों की पहचान हामिद और असलम के रूप में की गई है. दोनों मजदूर मूल रूप से बदायूं के रहने वाले थे और यहां जहांगीरपुरी में किराए के मकान में रहते थे.
दोनों नोएडा अथॉरिटी में संविदा कर्मचारी थे, जो एक ठेकेदार के अधीन सलारपुर गांव में प्राधिकरण द्वारा कराए जा रहे सीवर लाइन की खुदाई का काम कर रहे थे.
वहां कई कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे थे. सीवर लाइन डालने के लिए लगभग 15-20 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था.
गुरुवार रात 9 बजे के करीब बगल में बह रही सीवर लाइन फट गई और गड्ढे में बड़ी मात्रा में पानी आ गया, जिसके चपेट में हामिद और असलम आ गए.
गौरतलब है कि सीवर सफाई के दौरान हादसों में मजदूरों की दर्दनाक मौतों की खबरें लगातार आती रहती हैं. बीते 15 अप्रैल को दिल्ली से सटे गुड़गांव के नरसिंहपुर में एक ऑटोमोबाइल कंपनी में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान दो सफाईकर्मियों की मौत हो गई थी.
इससे पहले जनवरी महीने में उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर में सीवर लाइन साफ करने गए एक सफाईकर्मी की दम घुटने से मौत हो गई थी.