गिरफ़्तार किए गए युवक पर आरोप है कि उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब का निजी जीवन ठीक नहीं चल रहा है और उनकी पत्नी ने तलाक़ लेने के लिए अदालत में याचिका दायर की है.
अगरतला: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के निजी जीवन से जुड़ी ‘फर्जी खबर’ फेसबुक पर पोस्ट करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर अनुपम पॉल को त्रिपुरा पुलिस की अपराध शाखा ने बुधवार को नई दिल्ली से गिरफ्तार किया. 26 अप्रैल से उसकी तलाश की जा रही थी.
गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को उसे दिल्ली की एक अदालत में पेश कर मामले की जांच और पूछताछ करने के लिए उसकी ट्रांजिट रिमांड का आग्रह किया गया. आग्रह स्वीकार कर लिया गया.
पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, ‘उसे पूछताछ के लिए त्रिपुरा ले जाया जाएगा, अदालत ने ट्रांजिट रिमांड की मंजूरी दे दी है.’
पुलिस ने 26 अप्रैल को फेसबुक पोस्ट के वायरल होने के बाद पॉल के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और साजिश रचने का मामला दर्ज किया था.
आरोप है कि अनुपम पॉल ने सोशल मीडिया पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव के पत्नी के साथ कटुतापूर्ण संबंधों को लेकर फर्जी पोस्ट अपलोड किए थे. अनुपम इस मामले में मुख्य आरोपी हैं.
एक फेसबुक पोस्ट में अनुपम पॉल ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री के पत्नी ने उनसे तलाक लेने के लिए नई दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर की है. इस पोस्ट को कई अन्य लोगों ने शेयर भी किया था.
उस वक्त मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और उनकी पत्नी नीति देब ने ऐसी खबरों को खारिज किया था और इस तरह की खबरें प्रचारित करने वालों के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी थी.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इस संबंध में स्वतंत्र टीवी पत्रकार सैकत तलपात्रा और एक पुलिस कॉन्स्टेबल को अनुपम पॉल का फेसबुक पोस्ट शेयर करने के लिए गिरफ्तार किया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैकत और पुलिस कॉन्स्टेबल अब जमानत पर बाहर हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, जांच अधिकारियों ने मुख्य आरोपी अनुपम का पोस्ट शेयर करने की वजह से त्रिपुरा कांग्रेस के उपाध्यक्ष तापस डे से भी पूछताछ की थी, हालांकि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ फेसबुक पर कथित विवादस्पद टिप्पणी करने के सिलसिले में पत्रकारों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
इसी तरह असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के खिलाफ कथित अपमानजनक पोस्ट लिखने के आरोप में भाजपा के आईटी सेल के एक युवक को गिरफ्तार किया है.
आरोप है कि युवक ने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक टिप्पणी के साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री और एक समुदाय विशेष के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है. गिरफ्तार शख्स नीतू बोरा भाजपा के मोरीगांव जिले में भाजपा के आईटी सेल का सदस्य है.
इसी तरह बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जुड़ा एक मीम सोशल मीडिया पर शेयर करने की वजह से भाजपा कार्यकर्ता प्रियंका शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया था. फिलहाल वह जमानत पर रिहा हैं.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने ललित यादव नाम के युवक को गिरफ्तार किया है.
केरल सरकार ने मुख्यमंत्री पिनारई विजयन के तीन साल पहले पद संभालने के बाद से उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां डालने पर 119 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)