घटना भोपाल के बैरागढ़ की है. दो युवकों को उनकी गाड़ी टकराने के बाद पुलिस हिरासत में लिया गया, जहां एक युवक की मौत हो गई. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों की पिटाई की वजह से मौत हुई है. गृह मंत्री ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 25 वर्षीय शिवम मिश्रा की बुधवार को पुलिस हिरासत में मौत हो गई. उसके परिजनों का आरोप है कि युवक की मौत पुलिसकर्मियों द्वारा पीटे जाने की वजह से हुई.
इस मामले में बैरागढ़ थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. शिवम एवं उसके दोस्त गोविंद शर्मा की कार मंगलवार-बुधवार की मध्य रात्रि को करीब एक बजे बैरागढ़ इलाके में बीआरटी कॉरिडोर से टकरा गई थी.
भोपाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक योगेश देशमुख ने समाचार एजेंसी ‘भाषा’ को बताया कि हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शिवम तथा गोविंद को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले गई. जांच में पाया गया कि शिवम शराब के नशे में था.
देशमुख ने कि इसके बाद पुलिसकर्मी दोनों को बैरागढ़ पुलिस थाने ले आये, जहां शिवम की तबीयत बिगड़ने लगी. देशमुख ने बताया कि शिवम की हालत देख कर पुलिसकर्मी उसे अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत लाया हुआ घोषित कर दिया.
उन्होंने कहा, ‘मृतक के परिजनों का आरोप है कि शिवम की मौत पुलिसकमिर्यों की पिटाई से हुई है. हालांकि, इन आरोपों की अब तक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन, संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है क्योंकि शिवम की मौत पुलिस हिरासत में हुई है.’
देशमुख ने बताया, ‘इस मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए बैरागढ़ थाना प्रभारी अजय मिश्रा, एक पुलिस उपनिरीक्षक, एक हवलदार एवं दो कॉन्स्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है. मामले की विस्तृत जांच जारी है.’
इस बीच, शिवम के दोस्त गोविंद शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, ‘पुलिसकर्मियों ने मुझे एवं शिवम को पीटा. हमारी कार बीआरटी रेलिंग पर चढ़ गई थी. इसमें कोई घायल नहीं हुआ था, केवल कार को नुकसान पहुंचा था.’
अस्पताल में भर्ती शर्मा ने कहा, ‘हमने पुलिस को बताया था कि हमें चिकित्सा सहायता की जरूरत है लेकिन हमारी मदद करने के बजाय पुलिसकर्मी हमें बुरी तरह पीटने लगे.’
शिवम के मामा संजय भार्गव ने बताया कि शिवम अपने दोस्त के साथ बैरागढ़ के एक होटल में खाना खाने जा रहा था, तभी उसकी कार बीआरटी रेलिंग से टकरा गई. पुलिस उसे और उसके दोस्त को बैरागढ़ थाने ले गई जहां पुलिस वालों ने उन्हें बुरी तरह पीटा.
भार्गव ने आरोप लगाया कि शिवम ने लगभग 15 तोले की सोने की चेन पहनी हुई थी, जो गायब है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने परिवार वालों को शिवम की मौत की सूचना नहीं दी और शव को हमीदिया अस्पताल भेज दिया. भार्गव ने बताया कि शिवम के पिता मध्य प्रदेश पुलिस की साइबर सेल में हेड क्लर्क हैं.
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक थाने के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिसमें युवक गिरते हुए दिख रहा है और पुलिसकर्मी उसे घसीटकर गाड़ी में डालते नज़र आ रहे हैं. राज्य के गृहमंत्री बाला बच्चन ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं.
परिजनों का आरोप है कि दोनों को कोई चोट नहीं लगी थी. लेकिन वहां पास ही खड़ी डॉयल 100 वाहन दोनों को पुलिस थाने ले गई और हिरासत में दोनों को बुरी तरह से पीटा. इस बीच स्थिति बिगड़ने पर पुलिस शिवम को अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने बताया कि जब शिवम की थाने में पिटाई हो रही थी, तब मृतक शिवम के चाचा जो इंदौर में सब-इंस्पेक्टर हैं, ने बैरागढ़ टीआई अजय मिश्रा को फोन कर इसकी जानकारी दी थी और अपने भतीजे को छोड़ने की गुहार लगाई थी. लेकिन इसके बावजूद शिवम को बेरहमी से पीटा गया कि उसकी मौत हो गई.
परिजनों ने पिटाई करने वाले पुलिसवालों के साथ ही बैरागढ़ टीआई को बर्खास्त करने की मांग की.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा भी अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
हंगामे की आशंका के मद्देनजर अस्पताल परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार की संवेदनाएं मर चुकी हैं. पुलिस प्रशासन निरंकुश हो गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)