हत्या से करीब एक हफ्ते पहले हेमावती ने एक लड़के को जन्म दिया था. फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं.
नई दिल्ली: जाति आधारित ‘ऑनर किलिंग’ के एक मामले में, आंध्र प्रदेश में चित्तूर जिले के उसारापेंटा गांव में शुक्रवार को एक महिला को उसके माता-पिता ने कथित तौर पर मार डाला.
दो साल पहले माता-पिता की इच्छा के खिलाफ जाकर एक 23 वर्षीय महिला हेमावती ने 25 वर्षीय दलित शख्स केसावुलु से शादी की थी. हत्या से करीब एक हफ्ते पहले हेमावती ने एक लड़के को जन्म दिया था.
शादी के बाद दोनों लोग बैरेड्डिपल्ले नामक एक गांव में बस गए थे, क्योंकि उन्हें डर था कि हेमावती के परिवार से उनकी जान को खतरा है. समाचार रिपोर्टों के अनुसार, महिला के माता-पिता ने केसावुलु और उसके परिवार को धमकी दी थी.
एक हफ्ते पहले हेमावती ने एक लड़के को जन्म दिया था. शुक्रवार को, वह और उनके पति पालमनेर के एक अस्पताल में हेल्थ चेक-अप के लिए गए थे. जब वे लौट रहे थे, तो उन्हें हेमावती के माता-पिता, वाई. भास्कर नायडू और वरालक्ष्मी, और कुछ रिश्तेदारों ने रोका.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्होंने केसावुलु की पिटाई की, हेमावती का जबरदस्ती अपहरण कर लिया और बच्चे को वहीं छोड़ दिया. केसावुलु ने संवाददाताओं से कहा, ‘उन्होंने मेरे साथ मारपीट की और मेरे पत्नी का अपहरण कर दोपहिया वाहन से ले गए. उन्होंने कहा कि वे उसे पुलिस स्टेशन ले जा रहे थे. हालांकि, वे उसे मेरे घर के पास ले गए, उसे मार डाला और उसे कुएं में फेंक दिया.’
घायल केसावुलु ने अपने गांव पहुंचकर लोगों को हमले की जानकारी दी. पुलिस को भी सूचित किया गया और शिकायत दर्ज की गई. सर्च ऑपरेशन के दौरान, पुलिस को हेमावती का शव एक नहर में मिला. वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी, और पुलिस को संदेह है कि उसे मारने से पहले लाठी-डंडों से पीटा गया था.
महिला का परिवार फरार है. उनके घर में तोड़फोड़ की गई और कथित रूप से केशवुलु के परिवार के सदस्यों द्वारा उस दोपहिया वाहन में आग लगा दी गई. पुलिस ने उसारापेंटा गांव के लिए अतिरिक्त बलों को रवाना किया है.
केसावुलु द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर, एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि अपराध में शामिल सभी आरोपियों की तलाश में टीमें लगी हुई हैं.