सोनभद्र पुलिस ने बताया कि घटना घोरावल के उभा गांव की है. ग्राम प्रधान ने दो साल पहले 90 बीघा ज़मीन ख़रीदी थी. वह अपने कुछ सहयोगियों के साथ जमीन पर कब्जा करने गया था. इसका गांव वालों ने विरोध किया. इस पर प्रधान और उसके लोगों ने गांववालों पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. घटना में 19 लोग घायल हो गए हैं.
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के घोरावल इलाके के उधा गांव में बुधवार को जमीन विवाद में तीन महिलाओं समेत नौ लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस संघर्ष में 19 लोग घायल हो गए.
जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने बताया, ‘गोली चलने से नौ लोगों की मौत हो गई तथा 19 अन्य घायल हो गए.’
पुलिस ने बताया कि सपाही गांव प्रधान यज्ञ दत्त और उनके समर्थकों ने जमीन विवाद में दूसरे पक्ष पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दी. मामले की जांच की जा रही है. घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
Sonbhadra: Casualties reported after firing between two groups over a land dispute in Ghorawal today; District Magistrate Ankit Kumar Agarwal says, "We can't tell exact numbers as of now. 9 persons brought to District Hospital. Some are injured & some are dead." pic.twitter.com/QDeL1QylFK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 17, 2019
लखनऊ में सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र के अधिकाारियों को घायलों को तत्काल इलाज की बेहतर सुविधाएं देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने पुलिस महानिदेशक को स्वयं इस मामले पर नजर रखने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
एनडीटीवी के अनुसार, एक अन्य पुलिस ने कहा, ‘यह घटना सुदूर घोरावल के उभा गांव की है. प्रधान ने दो साल पहले 90 बीघा (36 एकड़) जमीन खरीदी थी. आज वह अपने कुछ सहयोगियों के साथ जमीन पर कब्जा करने गया था. इसका गांव वालों ने विरोध किया था. परिणामस्वरूप, प्रधान के लोगों ने फायरिंग कर दी जिसमें तीन महिलाओं सहित नौ गांव वालों की मौत हो गई.’
सोनभद्र के पुलिस प्रमुख सलमान ताज पाटिल ने कहा, ‘प्रधान एक ट्रैक्टर में बहुत सारे लोगों को लेकर आया था और खेत में जुताई करने लगा. गांव वालों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. इस पर, प्रधान और उसके लोगों ने गांववालों पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं.’
उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था के प्रभारी पुलिस अधिकारी पीवी रामाशास्त्री ने कहा, ‘जमीन के इस टुकड़े के लिए इससे पहले भी ग्राम प्रधान और गांववालों में विवाद हो चुका था. उस समय पुलिस के दखल से मामला शांत हुआ था.’
उन्होंने कहा, ‘ग्राम प्रधान का आरोप है कि गांववालों ने अवैध तरीके से उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है. पुलिस ने दोनों पक्षों से पीछे हटने को कहा था और जिला प्रशासन ने जमीन को अपने कब्जे में लेने का फैसला किया था, जिसकी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी थी.’