हाल ही में तेलंगाना के कोमराम भीम आसिफाबाद ज़िले के एक गांव में महिला वन अधिकारी पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था. वह राज्य सरकार की पौधरोपण योजना के तहत गांव में पौधे लगाने गई हुई थीं.
हैदराबादः तेलंगाना की आदिलाबाद सीट से भाजपा सांसद सोयम बापू राव ने आदिवासियों से कहा है कि अगर वन विभाग के अधिकारी उनकी पोडू खेती (आदिवासियों द्वारा की जाने वाली खेती) के लिए उपयोग में लाई जाने वाली जमीन पर पौधे लगाने आते हैं तो उनकी पिटाई कर दें.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आदिवासी नेता और हक्कुला पोरता समिति (तुडुम देबा) के संस्थापक सिद्धम शंभू की पुण्यतिथि के मौके पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद ने सोयम बापू राव ने आदिवासियों से कहा कि ‘हरित हरम पौधरोपण’ परियोजना के तहत पोडू जमीनों पर लगाए जाने वाले पौधों को उखाड़ फेंके.
इस संबंध में जारी एक वीडियो में राव कहते दिख रहे हैं, ‘वन विभाग के अधिकारियों के पोडू जमीनों पर पौधरोपण कार्यक्रम में बाधा डालिए और उनके द्वारा लगाए गए पौधों को उखाड़ फेंकिए. अगर जरूरत पड़े तो उनकी पिटाई भी कर दें, आगे मैं संभाल लूंगा. वन विभाग के अधिकारियों की चिंता करने की जरूरत नहीं है.’
आदिलाबाद में जंगल की जमीन पर आदिवासी समाज के लोग अपना दावा करते रहे हैं. पोडू वन्य क्षेत्र में खेती करने का एक तरीका है, जिसके जरिए वे जीवनयापन करते आए हैं और जिसे लेकर उनकी वन अधिकारियों से खींचतान चलती रही है. वन अधिकारी जंगल क्षेत्र में कानून लागू करना चाहते हैं, जिसका पोडू खेती करने वाले विरोध करते हैं.
राव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर आदिवासियों को प्रताड़ित करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘आदिवासी और तुडुम देबा कार्यकर्ताओं को चौकस रहना चाहिए और मुख्यमंत्री की योजनाओं से निपटना चाहिए.’
मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह पोडू जमीनों के मुद्दे को सुलझाने के लिए मंत्रियों और अधिकारियों के साथ विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे.
राज्य में पोडू किसानों और वन अधिकारियों के बीच में तनाव बना रहता है. तेलंगाना सरकार के व्यापक वनरोपण अभियान ‘हरित हरम’ का इन जमीनों पर खेती करने वाले किसान विरोध कर रहे हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले तेलंगाना में कोमराम भीम आसिफाबाद जिले के एक गांव में वन विभाग की एक महिला अधिकारी सी. अनिता पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था, जिसमें वह घायल हो गई.
इस घटना के सिलसिले में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के एक विधायक के भाई को गिरफ्तार किया गया और उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
सरकार की ‘हरित हरम’ योजना के तहत अनिता सारसाला गांव में पौधे लगाने गई थीं. इस दौरान कृष्ण के नेतृत्व में गांव के कुछ लोगों ने जमीन पर अपना मालिकाना हक होने का दावा करते हुए उन पर लाठियों से हमला कर दिया था.
इस हमले का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें देखा जा सकता था कि अनिता हमले से बचने के लिए ट्रैक्टर पर चढ़ गई थीं और टीआरएस विधायक कोनूरु कन्नप्पा के भाई कोनेरु कृष्ण और गांव के अन्य लोग ट्रैक्टर पर भी हमला कर रहे थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)