वीर अब्दुल हमीद 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में छह पाकिस्तानी टैंक तोड़कर 10 सितंबर 1965 को युद्ध क्षेत्र में वीरगति को प्राप्त हुए थे.
गाजीपुर: वर्ष 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के हीरो रहे परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी का शुक्रवार दोपहर निधन हो गया. वह 90 वर्ष की थीं. हमीद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले थे.
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि रसूलन बीबी बीमार चल रही थीं. उन्होंने शुक्रवार दोपहर अंतिम सांस ली.
रसूलन बीबी के पति वीर अब्दुल हमीद भारत-पाक युद्ध में छह पाकिस्तानी टैंक तोड़कर 10 सितंबर 1965 को युद्ध क्षेत्र में वीरगति को प्राप्त हुए थे.
रसूलन बीबी के परिवार में चार पुत्र, एक पुत्री, नाती और पोते हैं.
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने परमवीर चक्र विजेता (मरणोपरांत) वीर अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है.
उल्लेखनीय है कि 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान के टैंक को नष्ट करने वाले गाजीपुर जनपद के जांबाज अब्दुल हमीद को मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च शौर्य सैन्य अलंकरण ‘परमवीर चक्र’ प्रदान किया गया था.
राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल पटेल ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए दुखी परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रसूलन बीबी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रसूलन बीबी वीर नारी थीं. उनके पति शहीद अब्दुल हमीद ने सन 1965 के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय दिया था, जिसके लिए उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च सैनिक सम्मान परमवीर चक्र से अलंकृत किया गया था.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि शहीद अब्दुल हमीद जनपद गाजीपुर के निवासी थे.
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं.
वीर अब्दुल हमीद ने दिसंबर 1954 में सेना में भर्ती हुए थे और ग्रेनेडियर रेजीमेंट की चौथी बटालियन में तैनात हुए थे. 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान उनकी बटालियन ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के खिलाफ नामका चू (अरुणाचल प्रदेश) में युद्ध लड़ा था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)