पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की यह टिप्पणी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत परमाणु हथियारों के ‘पहले इस्तेमाल नहीं’ करने के सिद्धांत पर ‘पूरी तरह प्रतिबद्ध’ है लेकिन भविष्य में क्या होगा यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नियंत्रण वाले भारत के परमाणु हथियारों पर दुनिया को गंभीरता से विचार करना चाहिए.
बता दें कि, इमरान खान की यह टिप्पणी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत परमाणु हथियारों के ‘पहले इस्तेमाल नहीं’ करने के सिद्धांत पर ‘पूरी तरह प्रतिबद्ध’ है लेकिन भविष्य में क्या होगा यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
The World must also seriously consider the safety & security of India's nuclear arsenal in the control of the fascist, racist Hindu Supremacist Modi Govt. This is an issue that impacts not just the region but the world.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 18, 2019
इमरान ने ट्वीट कर कहा, ‘दुनिया को भारत के परमाणु हथियारों की सुरक्षा के बारे में सोचना चाहिए, क्योंकि यह फासीवादी और जातिवादी हिंदू सुप्रीमो मोदी सरकार के नियंत्रण में है. यह एक ऐसा मुद्दा है जो केवल क्षेत्र को ही नहीं बल्कि दुनिया को भी प्रभावित करेगा.’
India has been captured, as Germany had been captured by Nazis, by a fascist, racist Hindu Supremacist ideology & leadership.This threatens 9m Kashmiris under siege in IOK for over 2 weeks which shd have sent alarm bells ringing across the world with UN Observers being sent there
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 18, 2019
एक अन्य ट्वीट में इमरान ने कहा, ‘जिस तरह नाजी ने जर्मनी पर कब्जा कर लिया था, वैसे ही भारत पर अब फासीवादी, जातिवादी हिंदू वर्चस्ववादियों की विचारधारा और नेतृत्व ने कब्जा कर लिया है. इसकी वजह से दो सप्ताह से भारत के कब्जे वाले कश्मीर में 90 लाख लोगों की जान खतरे में है. दुनिया को इस खतरे के बारे में पता चलना चाहिए और यूएन पर्यवेक्षकों को भेजा जाना चाहिए.’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह खतरा पाकिस्तान और भारत के अल्पसंख्यकों पर भी है. कोई भी गूगल करके नाजी विचारधारा और जातीय हिंसा और आरएसएस-भाजपा के संस्थापकों के बीच की नरसंहार वाली विचारधारा के बीच की कड़ी को समझ सकता है.’
उन्होंने कहा, ‘पहले से ही 40 लाख भारतीय मुस्लिमों को हिरासत शिविरों में रखे जाने और नागरिकता रद्द होने का सामना करना पड़ता है. दुनिया को यह बात समझनी चाहिए कि जिन बोतल से बाहर आ चुका है और वह नफरत और नरसंहार को फैला रहा है. अतंरराष्ट्रीय समुदाय को आकर इसे रोकना चाहिए.’