पश्चिम बांगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा के साथ सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद विधानसभा उपचुनावों के लिए राज्य में कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन को मंजूरी दी गई है.
नई दिल्लीः कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा उपचुनावों के लिए राज्य में कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन को अपनी मंजूरी दे दी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शुक्रवार को पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा के साथ सोनिया की मुलाकात के बाद इसे मंजूरी दी गई.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और वाम दल दोनों का प्रदर्शन खराब रहा था. वाम दल को राज्य में एक भी सीट नहीं मिली और इसका मतदान प्रतिशत तेजी से घटा है. वहीं, कांग्रेस को राज्य में सिर्फ दो सीटें मिली हैं.
मित्रा ने कहा, ‘हमने सोनिया जी को राज्य में आगामी उपचुनाव के लिए वाम मोर्चा की सीट बंटवारे पर सहमति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने हमसे कहा कि अगर वाम मोर्चा तैयार है तो दोनों पार्टियों को राज्य में गठजोड़ बनाना चाहिए.’
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमारे राज्य के अध्यक्ष ने सोनियाजी को सूचित किया कि उपचुनाव तीन सीटों नादिया जिले में करीमपुर, मिदनापोर जिले में खड़गपुर और उत्तम दिनाजपुर जिले के कालीगंज में होगा. यह भी प्रस्तावित है कि कांग्रेस खड़गपुर और कालीगंज सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी जबकि वाम मोर्चा करीमपुर सीट से उम्मीदवार उतारेगा.’
कांग्रेस के विधायक परमाथनाथ रॉय की मौत के बाद कालीगंज सीट खाली हो गई थी जबकि खड़गपुर सीट से विधायक दिलीप घोष ने मेदिनीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत गए थे. वहीं, करीमपुर से टीएमसी की विधायक महुआ मोइत्रा कृष्मानगर लोकसभा सीट जीत गई थीं.
बीते कुछ सालों से पश्चिम बंगाल कांग्रेस राज्य में वाम मोर्चे के साथ गठबंधन की उम्मीद कर रही थी. राज्य के कांग्रेस और वाम नेताओं की बंगाल में टीएमसी और भाजपा का सामना करने की रणनीति रही है.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हम खुश हैं कि दिल्ली में टीएमसी के कांग्रेस से नजदीक रहने के बावजूद हमारे हाईकमान ने बंगाल में हमारी रणनीति को समझा. हमारे हाईकमान ने हमारे रुख का समर्थन किया, जो राज्य में टीएमसी और भाजपा के खिलाफ है.’
राज्य में सीट बंटवारे का फैसला कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने लिया क्योंकि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद उस समय खाली था.
इस महीने की शुरुआत में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष चुनी गयीं सोनिया गांधी ने प्रदेश नेतृत्व के फैसले पर मुहर लगा दी.
सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के नेताओं से कहा, सीट बंटवारे को जल्द दें अंतिम रूप
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के नेताओं से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ सीट बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने और चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करने को कहा है.
राज्य में अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है.
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के बीच सीट बंटवारे का मुख्य पेंच स्वाभिमानी पक्ष जैसे कुछ छोटी पार्टियों के लिए सीटें तय करने को लेकर फंसा हुआ है.
राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद 10 अगस्त को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष चुनी गईं सोनिया से पिछले दिनों महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेताओं ने मुलाकात की थी और इस दौरान राज्य में चुनाव तैयारियों को लेकर बात हुई थी.
सोनिया से मुलाकात करने वाले नेताओं में शामिल पीसीसी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘सोनिया गांधी ने कहा है कि हम पूरी ताकत से चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं. उन्होंने सीटों के तालमेल को जल्द अंतिम रूप देने, चुनाव प्रचार अभियान आरंभ करने और उम्मीदवारों का शीघ्र चयन करने के लिए भी बोला है.’