केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, गोमूत्र का उपयोग कई प्रकार की दवाओं को बनाने में किया जाता है. इसका उपयोग कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी के इलाज के लिए भी किया जाता है. आयुष मंत्रालय इस पर गंभीरता से काम कर रहा है.
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बीते शनिवार को कहा कि आयुष मंत्रालय दवाओं की तैयारी और कैंसर के इलाज के लिए गोमूत्र के उपयोग पर गंभीरता से काम कर रहा है.
एएनआई के मुताबिक चौबे ने कहा, ‘गोमूत्र का उपयोग कई प्रकार की दवाओं को बनाने में किया जाता है. इसका उपयोग कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी के इलाज के लिए भी किया जाता है. देसी किस्म की गाय के मूत्र का अक्सर उपयोग किया जाता है. आयुष मंत्रालय इस पर गंभीरता से काम कर रहा है.’
#WATCH Ashwini Choubey, Minister of State for Health: Several medicines are prepared today using cow urine, including the medicines for Cancer. Our Ayushman Ministry is also working on this. pic.twitter.com/OD3nWEj9ta
— ANI (@ANI) September 7, 2019
उन्होंने कहा, ‘सरकार गायों की सुरक्षा और संरक्षण पर काम कर रही है.’ केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा, ‘मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियां दुनिया भर में एक चुनौती है. हम बीमारियों को पूरी तरह से खत्म करने का दावा नहीं कर सकते हैं लेकिन हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं और इसके लिए भारत सरकार ने सतत विकास लक्ष्य के तहत 2030 की समय सीमा निर्धारित की है.’
उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (जेएवाई) के तहत कैंसर के उपचार को शामिल करने के प्रस्ताव का अध्ययन कर रहा है.
आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय वैकल्पिक चिकित्सा के क्षेत्र में विकास, शिक्षा और अनुसंधान करता है.