ईरान: 40 साल में पहली बार महिलाओं ने ​स्टेडियम में बैठकर देखा फुटबॉल मैच

साल 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान में महिलाओं के पुरुषों का खेल देखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. राजधानी तेहरान के आज़ादी स्टेडियम में बृहस्पतिवार को हुए वर्ल्ड कप फुटबॉल के क्वालीफायर मैच में ईरान ने कंबोडिया को मात दी.

/
गुरुवार को ईरान की राजधानी तेहरान स्थित आज़ादी स्टेडियम में मैच देखने पहुंचीं महिलाएं. (फोटो: रॉयटर्स)

साल 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान में महिलाओं के पुरुषों का खेल देखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. राजधानी तेहरान के आज़ादी स्टेडियम में बृहस्पतिवार को हुए वर्ल्ड कप फुटबॉल के क्वालीफायर मैच में ईरान ने कंबोडिया को मात दी.

गुरुवार को ईरान की राजधानी तेहरान स्थित आज़ादी स्टेडियम में मैच देखने पहुंचीं महिलाएं. (फोटो: रॉयटर्स)
गुरुवार को ईरान की राजधानी तेहरान स्थित आज़ादी स्टेडियम में मैच देखने पहुंचीं महिलाएं. (फोटो: रॉयटर्स)

तेहरान: ईरान में कई दशकों की पाबंदी झेलने के बाद बीते गुरुवार को महिलाओं ने स्टेडियम में जाकर फुलबॉल मैच देखने का आनंद उठाया.

राजधानी तेहरान स्थित आज़ादी स्टेडियम महिलाओं को तकरीबन 40 साल बाद मिली इस आज़ादी का गवाह बना. गुरुवार को यहां ईरान और कंबोडिया के बीच फीफा वर्ल्ड कप का क्वालीफायर मैच खेला गया, जिसे देखने के लिए तीन हज़ार से ज़्यादा महिलाएं स्टेडियम पहुंची थीं.

महिलाओं के लिए स्टेडियम में एक अलग सेक्शन बनाया गया था. इस दौरान ईरानी महिलाएं हाथों में झंडा लिए अपनी टीम का हौसला बढ़ाती हुई नज़र आईं.

एशिया की अच्छी फुटबॉल टीमों में से एक ईरान ने वर्ल्ड कप क्वालीफायर मैच में कंबोडिया की टीम को 14-0 से मात दी, लेकिन यह एकतरफा मुकाबला महिलाओं के इसका गवाह बनने के लिए याद किया जाएगा.

साल 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान में महिलाओं के पुरुषों का खेल देखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने ईरान की एक महिला फुटबॉल प्रशंसक सहर खोदयारी की मौत के बाद फीफा ने तेहरान में अपना एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था ताकि महिलाओं के स्टेडियम में आने की अनुमति सुनिश्चित की जा सके.

सहर पुरुष का वेश बनाकर स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रही थीं, जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. अपनी गिरफ्तारी के विरोध में उन्होंने खुद को आग लगाकर जान दे दी थी. इस घटना के बाद से ईरान में महिलाओं पर लगे इस प्रतिबंध पर अभियान चलाए जाने लगे थे.

सहर को ‘ब्लू गर्ल’ भी कहा जाता था. यह उनकी पसंदीदा टीम ‘एस्तेग़लाल’ का भी रंग है. बृहस्पतिवार को मैच के दौरान भीड़ ‘ब्लू गर्ल, ब्लू गर्ल’ और ‘फीफा थैंक यू’ चिल्लाते हुए नज़र आई.