बस्तर संभाग के नारायणपुर ज़िले में कलेक्ट्रेट के बाहर सैकड़ों लोग डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने कलेक्टर को सौंपे एक ज्ञापन में आरोप लगाया है कि आरएसएस और अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों के उकसावे पर ईसाइयों के साथ हिंसा की जा रही है. उनकी मांग है कि दोषियों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कार्रवाई की जाए.
बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच द्वारा माओवादियों से संबंध रखने संबंधी मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा और अन्य को 14 अक्टूबर को बरी कर दिया गया था, लेकिन अगले ही दिन केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी थी.
एक अमेरिकी एनजीओ द्वारा प्रकाशित ‘भारत में धार्मिक अल्पसंख्यक’ नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ घृणा अपराध की ज़्यादातर घटनाएं भाजपा शासित राज्यों में हुई हैं. रिपोर्ट के अनुसार, कई मामलों में राजनीतिक प्रभाव में आकर पुलिस पीड़ितों की मनमानी गिरफ़्तारी करती है या उनकी शिकायत दर्ज करने से मना कर देती है.
ओडिशा के ढिंकिया गांव में जिंदल समूह 65,000 करोड़ की लागत से स्टील प्लांट लगाने जा रहा है. ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि 22 अक्टूबर को कंपनी के कुछ अधिकारियों ने स्थानीय गुंडों और पुलिस की मदद से क़रीब 20 घरों को गिरा दिया. ग्रामीणों का कहना है वे यहां 20 साल से रह रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के बाग़पत ज़िले में बीते 2 सितंबर को 20-22 लोगों की भीड़ ने विनयपुर में रहने वाले दाऊद अली त्यागी पर हमला कर दिया था. कार्यकर्ताओं का दावा है कि त्यागी की हत्या से पहले इलाके में एक बैठक हुई थी, जहां क्षेत्र के मुसलमानों को डराने की योजना बनाई गई थी. पुलिस ने भी बैठक और साज़िश की बात स्वीकारी है.
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर ज़िले के बल्दीराय थाना क्षेत्र में बीते 10 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में 32 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. उलेमाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज़िलाधिकारी से मिलकर कहा है कि उस रात जिन लोगोंं की गिरफ़्तारियां हुईं और आज तक जो नामज़द हुए हैं, वे सभी मुस्लिम समुदाय से हैं.
गुजरात पुलिस ने संदीप पांडे समेत सात एक्टिविस्ट को 25 सितंबर की देर रात इसलिए हिरासत में ले लिया, क्योंकि वे अगले दिन गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कर का शिकार हुईं बिलक़ीस बानो के समर्थन में और उनके दोषियों की समयपूर्व रिहाई के विरोध में एक पदयात्रा निकालने वाले थे.
घटना सीवान ज़िले की है. आरोप है कि गुरुवार को महावीरी अखाड़े के जुलूस के दौरान एक मस्जिद के पास सांप्रदायिक नारेबाज़ी की गई, जिसके बाद दो गुटों में पत्थरबाज़ी हुई और एक दुकान को आग लगा दी गई.
ग़ैर सरकारी संगठन यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम ने उसकी हेल्पलाइन पर मदद के लिए आईं फोन कॉल्स के हवाले से दावा किया है कि वर्ष 2022 के पहले सात महीनों में देश में ईसाइयों ख़िलाफ़ हुए हमलों में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर और छत्तीसगढ़ दूसरे पायदान पर रहा.
हरिद्वार ज़िले के झबरेड़ा क़स्बे के एक मुस्लिम परिवार का अपने पड़ोसियों के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है, जिसे लेकर उन्हें धमकियां मिल चुकी थीं. उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की थी, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. बताया गया है कि 29 अगस्त को पड़ोसियों ने हथियारों के साथ परिवार पर कथित तौर पर हमला कर दिया.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाणगंगा इलाके में बीते 27 अगस्त को एक मुस्लिम परिवार का मकान अवैध बताकर नगर निगम ने ध्वस्त कर दिया था. परिवार ने अपने मकान को वैध बताते हुए दावा किया है कि उनका मकान बदले की कार्रवाई के तहत तोड़ा गया, क्योंकि 20 अगस्त को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान एक निगम अधिकारी का विवाद इस मकान में रहने वाली महिला के बेटे के साथ हो गया था.
झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह माओवादियों से कथित संबंधों के आरोप में जेल में हैं. उनके ख़िलाफ़ दो और नए मामले दर्ज होने पर उनके वकील का कहना है कि यह ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद ज़ुबैर के साथ हुआ वही पैटर्न है जहां एक के बाद एक मामले दर्ज करके बिना ट्रायल ही आरोपी को जेल में रखा जा सके.
वीडियो: बीते दिनों 2002 के गुजरात दंगों और 2009 में छत्तीसगढ़ में हुए गोमपाड नरसंहार मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की रोशनी में सामाजिक कार्यकर्ताओं और न्यायिक समुदाय ने 'नागरिक स्वतंत्रता पर न्यायिक हमले' नामक पीपुल्स ट्रिब्यूनल का आयोजन किया गया था. इस बारे में सुमेधा पाल की रिपोर्ट.
वीडियो: झारखंड के पत्रकार रूपेश कुमार सिंह को बीते 17 जुलाई को माओवादियों से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ़्तार किया है. उनकी पत्नी इप्सा शताक्षी ने बताया कि उन्हें जेल में संक्रामक रोगियों के वॉर्ड में रखा गया है और वहां की स्थिति अच्छी नहीं है. उनसे सुमेधा पाल की बातचीत.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में कानपुर शहर स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना के माध्यम से छात्रों का धर्मांतरण कराने की कोशिश का आरोप हिंदुत्ववादी संगठनों ने लगाया था, जिसके बाद स्कूल के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर की गई थी.