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द वायर स्टाफ

यूपी विधानसभा चुनाव: दूसरे चरण में निर्णायक ​भूमिका निभाएंगे मुस्लिम मतदाता

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को 11 जिलों की 67 सीटों पर मतदान हो रहा है.

वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा असामयिक मौतें भारत-चीन में

‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर 2017’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में होने वाली कुल असामयिक मौतों में से 52 प्रतिशत मौतें सिर्फ भारत और चीन में होती हैं.

शशिकला मामला: जानिए कब क्या हुआ?

21 साल पुराने इस मामले में ​शशिकला के साथ ​तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जय​ललिता भी आरोपी थीं. जयललिता का पिछले दिसंबर लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया.

दलित नहीं थे रोहित ​वेमुला: गुंटूर कलेक्टर

गुंटूर कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पिछले साल आत्महत्या करने वाले रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला दलित नहीं थे.

भारत ने कैसे अपनी सेना को राजनीति से दूर रखा, यह जानने की ज़रूरत: पाक सेनाध्यक्ष

पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष क़मर जावेद बाजवा ने पाक सेना के अफसरों को भारतीय लोकतंत्र की सफलता पर आधारित किताब पढ़ने की सलाह दी है.

V K sasikala

शशिकला को आय से अधिक मामले में चार साल की सज़ा, अब नहीं बन सकेंगी सीएम

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के उस फैसले को पलट दिया जिसमें उन्हें बरी कर दिया गया था. इस फैसले के बाद शशिकला अब मुख्यमंत्री नहीं बन सकेंगी.

व्यापमं घोटाला: सुप्रीम कोर्ट ने 634 छात्र-छात्राओं का ए​डमिशन किया रद्द

मध्य प्रदेश में हुए बहुचर्चित व्यापमं घोटाला मामले की सोमवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एमबीबीएस के 634 छात्र-छात्राओं की प्रवेश रद्द कर दिया है.

एक किसान का आख़िरी ख़त: मेरी मौत के लिए मेरे साथ शासन भी ज़िम्मेदार

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले की गंजबासौदा तहसील में फसल बीमा की राशि न मिलने से एक किसान की आत्महत्या का मामला सामने आया है.

आचार संहिता का उल्लंघन करके दैनिक जागरण ने छापा एक्जिट पोल

भारत में हिंदी भाषा के सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाले अखबार और विशाल मीडिया समूह दैनिक जागरण ने उत्तर प्रदेश चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन किया है.

ऊंची जाति के जज अपनी न्यायिक शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं: जस्टिस कर्णन

सुप्रीम कोर्ट से अपने खिलाफ अवमानना का नोटिस जारी होने के बाद कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस सीएस कर्णन ने न्यायिक व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं.

क्यों मुज़​फ़्फ़रनगर दंगे में रेप की शिकार महिलाओं को न्याय की उम्मीद नहीं?

चुनावी सरगर्मी के दौरान लगातार मुज़फ़्फ़रनगर दंगों की बात होती रही पर क्यों किसी भी राजनीतिक दल ने दंगों में बलात्कार की शिकार इन महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए आवाज़ नहीं उठाई?