आठ लोगों को निगरानी में रखा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गठित डॉक्टरों का उच्च स्तरीय दल केरल पहुंचा. निपाह वायरस के स्वाभाविक वाहक चमगादड़ हैं.
बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएशन द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि मामले से जुड़े तथ्यों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के 19 अप्रैल के फैसले में न्याय नहीं हुआ है.
राजकोट के शापर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में एक फैक्ट्री के बाहर कचरा बीन रहे दंपत्ति को बेरहमी से पीटा गया, जिसके बाद पति की मौत हो गयी और पत्नी गंभीर रूप से घायल है.
मामले के आठ आरोपियों में से एक विशाल का दावा था कि जब अपराध हुआ, वो मेरठ में परीक्षा दे रहा था. विशाल ने बताया था कि 15 जनवरी को परीक्षा की अटेंडेंस शीट पर उसने हस्ताक्षर भी किए थे. फॉरेंसिक जांच में हस्ताक्षर फ़र्ज़ी पाए गए.
इलाहाबाद से विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. एसपी ने उन्हें अंदर जाने से रोका जिस पर उन्होंने एसपी से यह भी कहा कि तुम जूतों की भाषा समझते हो.
इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में नगालैंड, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और असम के प्रमुख समाचार.
चुनाव आयोग ने कहा कि चुनावी आचार संहिता केवल नई योजनाओं की घोषणा और उन्हें शुरू करने पर रोक लगाती है ताकि सत्ताधारी पार्टी से मतदाता प्रभावित न हों.
सतना ज़िले के अमगार गांव में कथित तौर पर गोहत्या के शक़ में गांव के दो मुस्लिम युवकों पर ग्रामीणों द्वारा हमला किया गया, जिसमें एक की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल है.
जींद ज़िले में सहकारी बैंक द्वारा करीब 150 किसानों को क़र्ज़ की बकाया राशि की वसूली के लिए उनकी ज़मीन नीलाम किए जाने के नोटिस जारी किए गए हैं.
एचडी कुमार कुमारस्वामी के नेतृत्व वाले कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन ने 224 सदस्यीय विधानसभा में 117 विधायकों के समर्थन का दावा किया है.
अभिनेता सुमीत राघवन ने कहा कि मराठी फिल्म में कथानक महत्वपूर्ण है, जिसमें दर्शकों को थियेटर तक लाने का माद्दा होता है.
शीर्ष अदालत ने कहा कि मज़दूरों को काम पूरा होने के एक पखवाड़े के भीतर अपना भुगतान पाने का अधिकार है. यदि कोई खामी है तो यह राज्य सरकारों और ग्रामीण विकास मंत्रालय की ज़िम्मेदारी है.
कर्नाटक में बहुमत परीक्षण से ठीक पहले एक भावुक भाषण के साथ येदियुरप्पा ने इस्तीफ़ा दे दिया है.
आयोग के अनुसार, दो अप्रैल को ‘भारत बंद’ के दौरान प्रदर्शन में दलित समुदाय के लोगों की पिटाई की गई. उन्हें झूठे आपराधिक मामलों में फंसाया गया और छह सप्ताह गुज़रने के बाद भी ये लोग जेल में हैं.
दोनों लापता कांग्रेसी विधायक विधानसभा में उपस्थित.