सुप्रीम कोर्ट ने भारत में समलैंगिक विवाहों को क़ानूनी मान्यता देने से इनकार करने वाले 2023 के अपने फ़ैसले को चुनौती देने वाली समीक्षा याचिकाओं को ख़ारिज करते हुए कहा कि रिकॉर्ड में कोई त्रुटि नहीं है.
केरल हाईकोर्ट ने केरल राज्य बिजली बोर्ड के एक पूर्व कर्मचारी पर उनकी सहकर्मी द्वारा दायर यौन उत्पीड़न के मामले में आपराधिक कार्यवाही रद्द करने से इनकार करते हुए कहा कि शारीरिक बनावट पर की गई टिप्पणी को यौन उत्पीड़न का अपराध मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए.
आंध्र प्रदेश के तिरुपति में 8 जनवरी की रात को तिरुमाला मंदिर दर्शन टिकट वितरण के दौरान मची भगदड़ में कम से कम छह श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. भगदड़ को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए टीटीडी बोर्ड के एक सदस्य ने श्रद्धालुओं से इस घटना के लिए माफ़ी मांगी है.
देश के पुनर्जागरण के नायकों में से एक स्मृतिशेष सत्येंद्रनाथ टैगोर ने अपने लेखन व सृजन से देश, ख़ासकर बंगाल के पुनर्जागरण के प्रयासों से जुड़कर भारतीयों के सामाजिक उन्नयन और महिला-पुरुष समानता के लिए जो बहुआयामी प्रयत्न किए, उनके उल्लेख के बगैर उनका परिचय पूरा नहीं होता.
2013 में सूरत की एक महिला ने आसाराम और सात अन्य के ख़िलाफ़ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद साल 2023 में गुजरात की एक अदालत ने आसाराम को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. अब सुप्रीम कोर्ट ने उसे मेडिकल आधार पर अंतरिम ज़मानत दी है.
बॉम्बे हाईकोर्ट एक यौन उत्पीड़न मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि किसी लड़की या पीड़िता का सिर्फ़ एक बार पीछा करना पीछा करना (stalking) नहीं माना जाएगा. यह फ़ैसला उन दो लड़कों को बरी करते हुए दिया, जिन्हें एक नाबालिग का पीछा करने के लिए दोषी ठहराया गया था.
घटना तुमकुरु ज़िले की है, जहां दलित समुदाय से ताल्लुक़ रखने वाले दो लोग अपने वाहन से कहीं जा रहे थे, जिसमें 'जय भीम' गाना बज रहा था. पुलिस के अनुसार, दो आरोपियों ने गाना बजाने को लेकर दोनों से मारपीट की और जातिसूचक गालियां दीं.
हरियाणा में साल 2024 में जन्म के समय लिंगानुपात आठ वर्षों में सबसे कम दर्ज किया गया और एक साल पहले के आंकड़ों की तुलना में छह अंकों की गिरावट दर्ज की गई. यह आंकड़ा 2024 में प्रति 1,000 लड़कों के जन्म पर 910 लड़कियों के जन्म तक गिर गया, जो 2016 के बाद सबसे कम है.
इतिहासकार डॉ. अपर्णा वैदिक पर सोशल मीडिया के माध्यम से हमले हो रहे हैं. कानपुर के एक लिट फ़ेस्ट में उनकी नई किताब पर चर्चा के दौरान कुछ विवाद उठे. आरोप लगा कि अपर्णा ने भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों के लिए अपमान सूचक शब्दों का प्रयोग किया. लेकिन सच्चाई कुछ और है.
इस साल की सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि हिंदुत्व की छतरी के नीचे पली-बढ़ी धर्म व पूंजी की सत्ताओं ने हमारे राष्ट्र-राज्य की सत्ता के अतिक्रमणों के नए कीर्तिमान बना डाले हैं और कहना मुश्किल है कि इससे पैदा हुए उलझावों को सुलझाने में देश को कब तक व कितना हलकान होना पड़ेगा.
यह साल चुनावों का साल रहा, लेकिन चुनावी रैलियों से मणिपुर की हिंसा गायब रही. बस्तर में मुठभेड़ होते रहे लेकिन दिल्ली बैठी आवाज़ें ख़ामोश रहीं. अन्य देशों में भी यह साल युद्ध के दलदल में फंसा रहा. युद्ध पीड़ितों को खाना देने वाले संस्थाओं तक पर इस्रायल ने हमला किया.
कलकत्ता में बड़े दिन के उत्सव की सबसे ख़ास बात यह है कि इसे जोश के साथ मनाने वाले सारे लोग ईसाई धर्म के अनुयायी नहीं हैं, ठीक उसी तरह जैसे दुर्गा पूजा के दौरान पूजा पंडालों में मां दुर्गा को नमन करने वाले सभी लोग हिंदू धर्म के अनुगामी नहीं होते. बंगनामा की सत्रहवीं क़िस्त.
हिट और फ्लॉप की लिस्ट से इतर इस साल कई ऐसी फिल्मों पर भी लोगों की नज़रें टिकीं, जो समाजिक मुद्दों और असल शख्सियतों की प्रेरणा से बनी फिल्में थीं. कुछ ऐसी ही फिल्मों पर एक नज़र डालते हैं...
इंडस्ट्री ऑल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष भारत के निर्माण, खनन और ऊर्जा क्षेत्रों में कार्यस्थल पर कम से कम 240 दुर्घटनाएं दर्ज हुईं, जिनमें 400 से अधिक श्रमिकों की मौत हो गई और 850 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए. सुरक्षा नियमों की अनदेखी और निरीक्षण में ढील इसके प्रमुख कारण बताए गए हैं.
रायगढ़ ज़िले में 22 दिसंबर को चावल चोरी के संदेह में दलित व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में एक आदिवासी व्यक्ति समेत तीन को गिरफ़्तार किया है. कार्यकर्ताओं का दावा है कि यह मॉब लिंचिंग का मामला है, जबकि पुलिस ने कहा कि यह बीएनएस के तहत अपराध की परिभाषा के अंतर्गत नहीं आता है.