दिल्ली से यूएई वापस भेजा गया तीन भारतीयों का शव, भारतीय राजदूत ने जताई हैरानी

मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने कहा है कि वे पता लगाएंगे कि भारतीय नागरिकों के शव कहां और किस हालत में हैं.

दिल्लीः क्वारंटाइन सेंटर में तबलीगी जमात के दो सदस्यों की मौत, अल्पसंख्यक आयोग ने जांच की मांग की

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान ने उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में भोजन की अनियमित आपूर्ति की वजह से दोनों लोगों की मौत हुई है.

कोरोना वायरस: भारत में 800 से ज़्यादा और विश्व में दो लाख से अधिक लोगों की मौत

विश्व में कई स्थानों पर लॉकडाउन में राहत, हालांकि विशेषज्ञ ढील देने के पक्ष में नहीं. चीन के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 10 दिनों से देश में कोई मौत नहीं हुई. जर्मनी में लोगों ने लॉकडाउन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया. व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण की कमी को लेकर पाकिस्तान के चिकित्साकर्मियों का विरोध नौ दिन से जारी.

कोरोना: मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाते हुए मेयर ने कहा- वुहान बनने जा रहा आगरा, बचा लीजिए

उत्तर प्रदेश के आगरा के मेयर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि हॉट स्पाट एरिया में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में कई-कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही. न ही मरीजों के लिए भोजन पानी का उचित प्रबंध हो पा रहा है.

पीएम केयर्स फंड का ऑडिट कैग के बजाय ‘स्वतंत्र ऑडिटर’ से कराया जाएगा: रिपोर्ट

सूत्रों ने कहा है कि चूंकि इस फंड में व्यक्तियों एवं संस्थाओं द्वारा पैसा जमा किया जाता है इसलिए कैग को चैरिटेबल संस्था को ऑडिट करने का अधिकार नहीं है.

जम्मू कश्मीर: प्रशासन ने 28 लोगों पर से पीएसए हटाया, महबूबा मुफ्ती अभी भी हिरासत में

अधिकारियों ने कहा कि जिन लोगों पर से जन सुरक्षा कानून हटाया गया है, उनमें एक प्रमुख व्यक्ति कश्मीर व्यापार एवं विनिर्माण संघ और कश्मीर इकोनॉमिक अलायंस के मुखिया का नाम भी शामिल है.

दिल्ली: कोरोना वायरस के समय में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज़ किस हाल में हैं?

वीडियो: कोरोना वायरस के समय में राजधानी दिल्ली के एम्स में अपना इलाज करे रहे दूसरी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज़ों का हाल.

‘सभी को दाल’ देने का सीतारमण का वादा अभी तक क्यों लागू नहीं किया गया?

देश में एक राशन कार्ड पर एक किलो दाल के आधार पर एक महीने के लिए 2,36,000 टन दाल की जरूरत है. लेकिन केवल 19,496 टन यानी कि 8.2 फीसदी दाल का ही अभी तक राज्यों में वितरण हुआ है.

क्या समय पर खाना-दवाई न मिलने से क्वारंटाइन सेंटर में हुई शख़्स की मौत?

वीडियो: दिल्ली के सुल्तानपुरी क्वारंटाइन सेंटर में पिछले हफ्ते 59 वर्षीय मोहम्मद मुस्तफ़ा की मौत हो गई. वे पिछले महीने तबलीग़ी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. आरोप है कि वे डायबिटीज़ के मरीज़ थे और समय पर इलाज और खाना न मिलने से उनकी मौत हुई है.

कथित तौर पर छह अस्पतालों ने दिल्ली के निज़ामुद्दीन निवासी गर्भवती महिला को भर्ती करने से इनकार

वीडियो: दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में रहने वाली एक गर्भवती महिला को सफ़दरजंग अस्पताल ने कथित तौर पर यह कहते हुए भर्ती करने से मना कर दिया कि वे रेड ज़ोन इलाके से आ रही हैं. महिला का आरोप है कि इसी तरह पांच अन्य अस्पतालों ने भी उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया था.

राजस्थान: लॉकडाउन के दौरान स्कूल में ठहराई गई महिला से गैंगरेप, तीन गिरफ़्तार

मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर का है. लापरवाही बरतने के मामले में एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. जिला कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

दिल्ली: लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मज़दूरों को खाने के लिए घंटों करना पड़ रहा इंतज़ार

वीडियो: कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बीच दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में फंसे प्रवासी मज़दूरों को भोजन के लिए बनी लंबी लाइनों में घंटों अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ रहा है.

भीमा-कोरेगांव: तेलतुम्बड़े की अंतरिम जमानत याचिका खारिज, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

70 वर्षीय दलित अधिकार कार्यकर्ता आनंद तेलतुम्बड़े ने जेल में कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा बताते हुए जमानत अर्जी दी थी. एनआईए ने स्वीकार किया कि उनका एक सहायक सब इंस्पेक्टर कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है. इसके बाद भी अदालत ने उनकी अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी.

कोरोना संकट ने रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन गई असमानता को उघाड़कर रख दिया है

इस वायरस ने इस दुनिया को पूरी तरह से छिन्न-भिन्न कर डाला है. इसने हमारे समय की उन नाइंसाफ़ियों से रूबरू करवाया है, जो हमारी अर्थव्यवस्था और राजनीति की बेमिसाल क्रूरता दर्शाती हैं.

आख़िर कैसे काम करता है ट्रोल्स का दिमाग़

इंटरनेट पर ट्रोल्स की तादाद इतनी हो चुकी है कि लगता नहीं कि वे जल्दी यहां से जाने वाले हैं. लेकिन अगर उनकी चरित्रगत ग्रंथियां, उनके तरीके और तकनीकें समझ लें, तो अपनी मानसिक शांति और संतुलन खोए बिना उनके उत्पात और हमलों का सामना कर पाएंगे.