भारतीय लोक भाषा सर्वेक्षण की टीम ने देश की सभी भाषाओं का सर्वे करके कहा है कि भारत की 780 भाषाओं में से 400 के विलुप्त होने का ख़तरा है.
सरकार की छात्रों को आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति पर अब विराम लग जाएगा. कैबिनेट ने बुधवार को ‘नो डिटेंशन नीति’ ख़त्म करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है.
बाबूमोशाय बंदूकबाज़ की फिल्म निर्माता किरन श्रॉफ ने बताया कि सेंसर बोर्ड अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने उनसे कहा कि ख़ुशनसीब हो जो कि तुम्हारी फिल्म बैन नहीं हुई.
चोटी काटने की अफ़वाह में एक बुज़ुर्ग दलित महिला की चुड़ैल बताकर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. चार राज्यों में अब तक ऐसी घटनाओं के 75 से भी ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
जन गण मन की बात की 92वीं कड़ी में विनोद दुआ भारत में पनामा पेपर मामले में जांच की स्थिति और भीड़ की हिंसा को लेकर पूर्व सैनिकों द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर चर्चा कर रहे हैं.
भीड़ को राजनीति और सत्ता मिलकर पैदा करते हैं. उन्हें निर्देशित करते हैं. फिर भीड़ उनके नियंत्रण से भी बाहर निकल जाती है. वह किसी की नहीं सुनती.
प्रेमचंद लिखते हैं, ‘राष्ट्रीयता वर्तमान युग का कोढ़ है, उसी तरह जैसे मध्यकालीन युग का कोढ़ सांप्रदायिकता थी.’
भारतीय सशस्त्र बल के 114 पूर्व सैनिकों ने हाल ही में संविधान में बताए गए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मूल्यों के उलट देश में हुई हिंसा की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है.
नेताओं द्वारा बिहार की जनता के साथ ठगी का सिलसिला जारी है.
शीर्ष अदालत ने यह भी स्पष्ट किया है कि शारीरिक हिंसा या मृत्यु से संबंधित अपराध होने की स्थिति में तुरंत गिरफ़्तारी होगी.
1997 में ‘गॉड आॅफ स्मॉल थिंग्स’ के लिए अरुंधति रॉय को मिल चुका है बुकर पुरस्कार.
हमें भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय अस्मिता को अक्षुण्ण रखना है तो हिंदी को टूटने से बचाना होगा और कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
हिंदी थोपने की कोशिशों को ख़ारिज करना उत्तर की सांस्कृतिक प्रभुता को ख़ारिज करना भी है और अंग्रेज़ी के सहारे आर्थिक गतिशीलता की ख़्वाहिश का इज़हार भी है.
साम्राज्यवादी दौर की अंग्रेज़ी की तरह हिंदी का भी तेवर अलोकतांत्रिक हो चुका है.
लैंगिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से दिया गया प्रस्ताव.