इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि जनसंख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन दाह संस्कार स्थलों पर बुनियादी ढांचे का विकास कछुआ गति से किया जा रहा है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आम लोग उचित सुविधाएं पाने के लिए जीवन भर संघर्ष करते हैं और अंतिम सांस के बाद भी उचित दाह संस्कार की सुविधा पाने से वंचित रह जाते हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि आईसीएमआर ने एक विस्तृत अध्ययन कर पाया है कि जो लोग गंभीर कोविड-19 संक्रमण से पीड़ित रहे हैं, उन्हें कुछ समय के लिए कड़ी मेहनत या कठिन व्यायाम नहीं करनी चाहिए. इसे एक या दो साल के लिए स्थगित कर देना चाहिए. उनका यह बयान देश में बढ़ते दिल के दौरे के मामलों के बीच आया है.
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने एक कार्यक्रम के दौरान उन अटकलों को ख़ारिज कर दिया कि राज्य में दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौतें कोविड-19 के कारण हो रही हैं. उन्होंने कहा कि इसका अध्ययन और विश्लेषण कराए जाने की ज़रूरत है.
सरकार द्वारा वापस लिए जा रहे अधिकांश मामले धार्मिक, सामाजिक या पारिवारिक आयोजनों के दौरान कोविड-19 लॉकडाउन के उल्लंघन के साथ-साथ रात के दौरान दुकानें खोलने या सड़कों पर घूमने से संबंधित हैं.
साल 2020-21 में जब भारत कोविड-19 महामारी की पहली लहर की चपेट में था, तब प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत तहत दावों का वितरण 49.2 प्रतिशत बढ़कर 63,181 हो गया था. वित्त वर्ष 2021-22 में यह 438 प्रतिशत बढ़कर 3,40,192 हो गया.
वीडियो: बीते कुछ दिनों में देश में कोविड-19 मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ी है. हालांकि, वैज्ञानिक इस वृद्धि को 'मामूली' बताते हुए कह रहे हैं कि ऐसे उतार-चढ़ाव उम्मीद के अनुरूप हैं. लेकिन क्या कोई नया सब-वैरिएंट इसकी वजह है? क्या दुनिया के अन्य हिस्सों में भी ऐसा हुआ है?
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में छह राज्यों के 14 ज़िलों में एक अध्ययन किया गया, जिसमें देश भर के 34 शोध संस्थानों के 88 वैज्ञानिक शामिल थे. इसमें पाया गया कि भारतीय आबादी के बड़े हिस्से में कोविड-19 के लक्षण नहीं थे और 26-35 आयु वर्ग में ऐसे बिना लक्षण वाले लोगों की संख्या सर्वाधिक थी.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,82,719 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,739 है. विश्व में संक्रमण के 67.03 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 68.23 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,82,639 हो गई है और इस महामारी के कारण जान गंवाने वालों का आंकड़ा 5,30,740 हो गया है. विश्व में संक्रमण के 67.02 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 68.23 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,82,530 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,739 है. विश्व में संक्रमण के 67.00 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 68.22 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,82,437 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,739 है. विश्व में संक्रमण के 66.98 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 68.20 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,46,82,338 हो गए हैं और मृतक संख्या 5,30,738 है. विश्व में संक्रमण के 66.95 करोड़ से ज़्यादा केस दर्ज किए गए हैं और इस वैश्विक महामारी की वजह से अब तक 67.98 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,82,206 हो गई है और मृतकों का आंकड़ा 5,30,737 है. विश्व में संक्रमण के 66.92 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और इस महामारी की चपेट में आकर अब तक 67.41 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,82,104 केस हो गए हैं और 5,30,737 लोगों की मौत हुई है. विश्व में संक्रमण के 66.90 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और इस महामारी के कारण अब तक 67.40 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,46,82,015 हो गए हैं और इस महामारी की चपेट में आकर 5,30,735 लोगों की जान जा चुकी है. विश्व में संक्रमण के 66.88 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और अब तक 67.39 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.