भारत में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 767,296 हो गई, जबकि 21,129 लोगों की मौत हो चुकी है. विश्व में मरने वालों की संख्या 5.5 लाख के क़रीब पहुंच गई है और संक्रमण के 1.20 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.
कोरोना वायरस महामारी के चलते केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों का विश्लेषण करें, तो स्पष्ट रूप से दिखता है कि आदिवासियों और वन निवासियों के अधिकारों और उनकी ज़रूरतों की अनदेखी की गई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 742,417 और विश्व में बढ़कर 1.18 करोड़ से अधिक हो चुकी है. विश्व में अब तक 5.44 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.
बीएमसी ने कहा है कि इनमें से 5.34 लाख लोगों की पहचान उच्च जोख़िम वाले संपर्क के रूप में की गई है. साथ ही यह भी बताया गया कि अब तक कुल 13.28 लाख लोग 14 दिन का क्वारंटीन पूरा कर चुके हैं.
कोविड-19 के चलते स्कूल बंद होने के बाद अब राज्य सरकारें मोबाइल और टीवी के ज़रिये छात्रों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं. ऐसी कोशिश बिहार सरकार द्वारा भी की गई है, लेकिन आर्थिक-सामाजिक असमानता के बीच प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चों तक इन माध्यमों से शिक्षा पहुंचा पाना बेहद कठिन है.
भारत और नेपाल के बीच मौजूदा तनाव के चलते दोनों देशों के सीमांत गांवों के बीच आवाजाही एकदम ठप है. दोनों ओर के स्थानीय मानते हैं कि इसका नुकसान आम लोगों को ही भुगतना पड़ रहा है.
असहाय बुज़ुर्गों के लिए काम करने वाले ग़ैर लाभकारी संगठन हेल्पएज इंडिया के अनुसार, देश में क़रीब 1500 वृद्धाश्रम हैं, जिनमें क़रीब 70,000 वृद्ध रहते हैं. छोटे और मझोले वृद्धाश्रम परोपकारी नागरिकों और कारोबारी समुदायों से मिलने वाले चंदे पर निर्भर रहते हैं. लॉकडाउन चलते उन्हें चंदा मिलना बंद हो गया है.
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी 538,190 लोगों की जान ले चुकी है और संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 11,626,759 हो गए हैं. संक्रमण के मामले में ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए पेरू और चिली वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में पांचवें और छठे स्थान पर पहुंच गए हैं.
बिहार के भागलपुर ज़िले में मिड-डे मील बंद होने के कारण ग़रीब परिवार से आने वाले बच्चों के कूड़ा बीनने और भीख मांगने के साथ ठेकेदारों के पास काम करने का मामला सामने आया है.
वीडियो: कोरोना संक्रमण मामले में भारत तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश हो गया है. इस मुद्दे पर स्वतंत्र पत्रकार शोहिनी चट्टोपाध्याय और जेएनयू में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. विकास बाजपेयी से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
आईसीएमआर द्वारा 15 अगस्त तक कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराने की समयसीमा पर देश की सबसे बड़ी विज्ञान अकादमी ने कहा है कि संक्रमण से लड़ने के लिए मानव शरीर में एंटीबॉडी बनने, उसके असर, डाटा रिपोर्टिंग आदि के लिए एक लंबा समय चाहिए होता है. अगर इसमें किसी तरह की कोताही बरती गई तो बड़ा नुकसान हो सकता है.
भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा है कि देश में 140 वैक्सीन में से 11 मानव परीक्षण के लिए तैयार हैं लेकिन 2021 से पहले इनके बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की गुंजाइश कम ही है. पीआईबी ने इस सूचना को जारी करते हुए 2021 से पहले वैक्सीन उपलब्ध न होने की जानकारी को इस बयान से डिलीट कर दिया.
मामला न्यू मेरठ हॉस्पिटल का है, जहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसमें पैसे लेकर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट तैयार करने की बात कही जा रही है. मामला सामने आने के बाद प्रबंधन के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर अस्पताल को सील कर दिया गया है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 697,413 हो गए है, जबकि 19,693 लोग जान गंवा चुके हैं. संक्रमण के मामलों में भारत ने रविवार रात रूस को पीछे छोड़ दिया. यह लगातार चौथा दिन है, जब देश में संक्रमण के नए मामले 20 हज़ार और लगातार दूसरा दिन है, जब संक्रमण के नए मामले लगातार दूसरे से 24 हज़ार से अधिक रहे हैं.
कोविड-19: केरल में एक साल तक सुरक्षा निर्देशों का पालन अनिवार्य, मास्क न पहनने पर 10,000 का जुर्माना
कोरोना वायरस से जुड़े सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देशों के तहत केरल में एक साल तक सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थलों पर मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा. शादी में 50 और अंतिम संस्कार में सिर्फ़ 20 लोगों के शामिल होने की अनुमति.