संसद में आयोजित एक सम्मेलन में मोदी ने सांसदों और विधायकों से कहा कि आपने कितने मोर्चे निकालें और कितनी बार जेल गए, यह 20 साल पहले राजनीतिक करिअर में मायने रखता होगा, लेकिन अब बात बदल गई है.
बिहार विधान परिषद में मद्य निषेध और उत्पाद मंत्री ने बताया कि इस संबंध में अब तक एक लाख 21 हज़ार 586 लोगों को गिरफ़्तार किया गया, जिनमें से एक लाख 21 हज़ार 542 व्यक्ति जेल भेजे गए.
भाजपा के वाई. पैटन को उपमुख्यमंत्री और 10 अन्य मंत्रियों को भी गोपनीयता की शपथ दिलाई गई, जिसमें एक निर्दलीय और जेडीयू विधायक भी शामिल हैं.
जिशनु देब बर्मन राज्य के उपमुख्यमंत्री होंगे. त्रिपुरा में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा और आईपीएफटी ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 43 सीटों पर जीत दर्ज की है.
नेशनल पीपल्स पार्टी के प्रमुख कोनराड संगमा को 34 विधायकों का समर्थन है. 21 सीटें जीतकर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी कांग्रेस.
असम के जमुगुरीहाट में एक कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. यहां क़ानून-व्यवस्था की स्थिति सुधरी है.
असम की भाजपा सरकार में मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि अगर अमित शाह राजनीति की स्नातकोत्तर कक्षा में हैं तो राहुल अभी नर्सरी के छात्र हैं.
सरकार ने महंगाई दर कम करने और आंकड़ों की कलाबाज़ी करने के लिए जो नीति बनाई उसमें वह सफल रही है क्योंकि किसान की फसल के दाम कम हो गए और बाकि सभी चीज़ें महंगी हो गईं.
आईएएस जैसी प्रतिष्ठित सेवा पर राजनीतिक दबावों, सेवा में फैलते भ्रष्टाचार और नेताओं की जी-हुज़ूरी की प्रवृत्ति तथा इस सेवा के आम जनता से विमुख होने के ख़िलाफ़ टीएसआर सुब्रमणियन अंतिम समय तक लड़ते रहे.
2002 के गुजरात दंगों में अपनी ज़िंदगी बिखरते देख चुके प्रोफेसर जेएस बंदूकवाला मानते हैं कि भले ही देश भगवाकरण की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद अच्छे भविष्य की उम्मीद फीकी नहीं हुई है.
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सवाल उठाया कि क्या कोई आदमी अपने मन से अपनी तनख़्वाह बढ़ा सकता है या ख़ुद ही इसे तय कर सकता है, अगर नहीं तो सांसद और विधायक अपनी तनख़्वाह कैसे तय कर सकते हैं?
बसपा से निष्कासित नेता नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी के शामिल होने को लेकर कांग्रेस में विरोध के स्वर. उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने विरोध को लेकर अपने दो नेताओं से मांगा स्पष्टीकरण.
उच्च सदन की 16 राज्यों में ख़ाली हो रहीं 58 सीटों के लिए निर्वाचन प्रक्रिया पांच मार्च को शुरू होगी. उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा 10 सीटों पर होंगे चुनाव.
दोनों के एक साथ आने का पहला सियासी इम्तिहान 11 मार्च को उत्तर प्रदेश में होने वाले गोरखपुर अौर फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनावों में होगा.
स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशें लागू करने और कुछ अन्य मांगों को लेकर किसानों ने अपना आंदोलन वापस तो ले लिया है, लेकिन यह कभी भी राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार के गले की फांस बन सकता है.