केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के अधीन 23 कपड़ा मिलों ने कोरोना महामारी के चलते 24 मार्च को अपना परिचालन बंद किया था. हालांकि अब तक इन्हें फ़िर से शुरू नहीं किया गया है. इन मिलों में क़रीब 15,000 मज़दूर कार्यरत हैं.
केंद्र सरकार ने दलील दी है कि उन्होंने ‘मिनिमम गवर्नमेंट एंड मैक्सिमम गवर्नेंस’ के उद्देश्य की पूर्ति के लिए ऐसा निर्णय लिया है. हालांकि इन क्षेत्रों में काम करने वाले कार्यकर्ताओं ने सरकार के इन क़दमों की आलोचना की है.