भारत में शुक्रवार को एक दिन में कोरोना वायरस के 57,118 नए मामले दर्ज हुए हैं, जो अब तक का सर्वाधिक आकंड़ा है. यह लगातार तीसरा दिन था, जब एक दिन में कोरोना के पचास हज़ार से अधिक मामले दर्ज हुए हैं.
बृहत बेंगलुरु महानगरपालिका ने बताया कि इन लोगों ने कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल देते समय ग़लत मोबाइल नंबर और पता दर्ज कराया था. लापता संक्रमितों की संख्या शहर में अब तक कोरोना के कुल मामलों का लगभग सात फ़ीसदी है.
झारखंड कैबिनेट ने संक्रामक रोग अध्यादेश 2020 को मंज़ूरी दी है, जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर कोविड सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने पर एक लाख रुपये का जुर्माना और दो साल तक की जेल हो सकती है.
मामला सांबा ज़िले के सरकारी अस्पताल का है. 1 जुलाई को एक सॉफ्ट ड्रिंक प्लांट के मज़दूर के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद यहां के क़रीब 15 मजदूरों की जांच हुई थी, लेकिन दूसरे दौर के टेस्ट की रिपोर्ट आने से पहले ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया, जिसके बाद कई अपने गृह-नगरों के लिए निकल गए.
पेशे से बस ड्राइवर इस शख़्स को 13 जुलाई को बुखार आया था, जिसके बाद जांच में वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए. अस्पताल, हेल्पलाइन, थाने आदि कहीं से भी मदद न मिलने के बाद वे जब पैदल मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, तो वहां के स्टाफ ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया.
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच असम सरकार द्वारा नियमों में बदलाव करने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक पत्र लिखकर कहा है कि पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों की व्यवस्था किए बिना बेड बढ़ाना एक निरर्थक कवायद होगी. अगर उचित योजना नहीं बनाई गई, तो हालात संभालना मुश्किल हो जाएगा.
हैदराबाद में ज्वैलर्स एसोसिएशन के कम से कम 100 सदस्यों ने हाल ही में एक कारोबारी की जन्मदिन पार्टी में भाग लिया था. दो मौतों के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग करनी शुरू कर दी है.
यह मामला हैदराबाद के गांधी अस्पताल का है. अस्पताल का कहना है कि यहां ऐसे क़रीब 35 लोग हैं, जिन्हें उनका परिवार वापस घर ले जाने से बच रहा है.
मामला हैदराबाद के चेस्ट अस्पताल का है, जहां 35 वर्षीय वी. रवि कुमार को तेज़ बुखार और सांस लेने में दिक्कत के बाद भर्ती किया गया था. 26 जून को उनकी मौत हो गई. अस्पताल में उनके द्वारा बनाया गया एक वीडियो अब सामने आया है, जिसमें वे डॉक्टरों द्वारा वेंटिलेटर हटाने के बाद सांस न ले पाने की बात कह रहे हैं.
तेलंगाना की तरह कोरोना के इलाज के संबंध में कर्नाटक ने केंद्र से 1,300 वेंटिलेटर मांगे थे, लेकिन सरकार का कहना है कि उन्हें अब तक सिर्फ़ 90 वेंटिलेटर दिए गए हैं.
दिल्ली के रहने वाले संदीप गर्ग को सांस लेने में तकलीफ के चलते जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी बेटी का आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ का व्यवहार काफ़ी ख़राब था. उन्होंने तमाम औपचारिकताएं और पेपर वर्क पूरा करने का हवाला देकर मेरे पिता को भर्ती करने में बहुत देर कर दी.
एक समाचार चैनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों में से 1,207 डॉक्टर और नर्स दिल्ली के नौ बड़े कोरोना अस्पतालों के हैं. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक कोरोना से संक्रमित हुए स्वास्थ्यकर्मियों का कोई आंकड़ा नहीं दिया है.
घटना फरीदाबाद के बीके अस्पताल की है, जहां एक विवाद में मारे गए युवक का शव अस्पताल की मोर्चरी से गायब हो गया था. परिजनों द्वारा पूछताछ के बाद सामने आया कि अस्पताल प्रशासन ने इसे कोरोना संक्रमित लावारिस शव समझकर अंतिम संस्कार कर दिया. मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आदेश दिया था कि कोविड-19 के हर मरीज़ के लिए घर में क्वारंटीन की जगह पांच दिन संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में रहना ज़रूरी होगा. इस पर दिल्ली सरकार का कहना था कि इससे पहले से ही दबाव झेल रही स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर बोझ बढ़ेगा.
समिति ने दिल्ली के किसी भी अस्पताल में कोरोना वायरस आइसोलेशन बेड का शुल्क 8,000 रुपये से 10,000 रुपये तथा वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड का शुल्क 15,000 रुपये से 18,000 रुपये प्रतिदिन तय करने की सिफ़ारिश की है.