भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 10,654,533 हो गई है और मृतक संख्या 153,339 है. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 9.88 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और 21.22 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
55 वर्षीय महिला स्वास्थ्यकर्मी हरियाणा के गुड़गांव ज़िले के भांगरोला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत थीं. उन्हें 16 जनवरी को कोविशील्ड का टीका लगा था. परिजनों का कहना है कि उन्हें संदेह है कि उनकी मौत टीका लगने की वजह से हुई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के बीते 24 घंटे के दौरान 14,256 मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 10,639,684 हो गए हैं, वहीं विश्व में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 9.8 करोड़ से ज़्यादा हो गए.
देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार तीन दिन से दो लाख से कम बनी हुई है. संक्रमण के कुल मामले 1,06 करोड़ से अधिक हैं और मौतों की संख्या 1,53 लाख हो चुकी है. दुनियाभर में संक्रमण के मामलों की संख्या 9.74 करोड़ से ज़्यादा हो चुकी है और 20.89 लाख से अधिक जानें जा चुकी हैं.
कोविड-19 लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुए रेहड़ी-पटरी वाले विक्रेताओं को उनकी आजीविका फिर शुरू करने के लिए सस्ते कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री स्वनिधि की शुरुआत की गई थी. अब कुछ बैंकों ने स्थानीय प्रशासन को पत्र लिखकर लोन वसूलने में मदद करने को कहा है.
संयुक्त राष्ट्र की चार एजेंसियों द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी से करीब विश्व में 1.9 अरब लोगों के लिए पौष्टिक भोजन जुटा पाना मुश्किल हो रहा है. नवीनतम अनुमानों के मुताबिक, दुनिया में 68.8 करोड़ लोग कुपोषण के शिकार हैं और इनमें से आधे से ज़्यादा एशिया में हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 10,610,883 हो गई है और अब तक 152,869 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 9.68 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 20.74 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
विश्व आर्थिक मंच ने अपनी एक रिपोर्ट में अगले दशक पर असर के संदर्भ में संक्रामक बीमारियों को सबसे बड़ा जोख़िम बताया. रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया को 2020 में महामारी के कारण हो सकने वाली तबाही को देख लेने के बाद दीर्घकालिक ख़तरों के लिए तैयार होने की ज़रूरत है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के बीते 24 घंटे में 13,823 नए मामले सामने आए हैं और मरीजों के ठीक होने की दर 96.70 प्रतिशत हो गई है. देश में मृतक संख्या 1.52 लाख से अधिक हो चुकी है. वहीं, दुनियाभर में संक्रमण के मामले 9.61 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और 20.57 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
कोवैक्सीन को लेकर जानकारियों/आंकड़ों पर गोपनीयता का पर्दा पड़ा हुआ है और हम एक ऐसी मुश्किल स्थिति में हैं, जिसमें कम से कम कुछ लोगों के पास वैक्सीन लेने के अलावा शायद और कोई विकल्प नहीं है, भले ही उनके मन में अपनी सलामती को लेकर कितना ही संदेह क्यों न हो.
कोराना वायरस के ख़िलाफ़ 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद भारत बायोटेक ने इस संबंध में एक फैक्ट शीट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि किन्हें ये वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए. कंपनी के इस क़दम पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है.
देश में बीते 24 घंटे में कोविड-19 से एक दिन में 137 लोगों ने जान गंवाई है, जो बीते क़रीब आठ महीने में सबसे कम है. दुनियाभर में संक्रमण के 9.55 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 20.40 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
वीडियो: बीते दिनों भारत के औषध महानियंत्रक यानी डीसीजीआई ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक द्वारा विकसित टीके कोवैक्सीन को देश में सीमित आपात इस्तेमाल की मंज़ूरी दी है. हालांकि इनको लेकर उठे सवाल अब भी अनुत्तरित हैं.
देश में आठ महीने बाद 24 घंटे में सबसे कम 145 लोगों की मौत के मामले सामने आए, वहीं एक दिन में संक्रमण के 13,788 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 1.5 करोड़ से अधिक हो चुकी है.
नॉर्वे में फाइजर के कोविड-19 वैक्सीन का पहला टीका लेने के कुछ ही दिनों के अंदर 23 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 13 की मौत की वजह टीके के साइड इफेक्ट हैं. ये तेरह लोग एक नर्सिंग होम के मरीज़ थे और उनकी उम्र 80 साल के क़रीब थी.