हरियाणा के सोनीपत में स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हाल ही में संस्थान से इस्तीफ़ा देने वाले प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक और टिप्पणीकार प्रताप भानु मेहता और पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम के समर्थन में दो दिन के लिए कक्षाओं के बहिष्कार का ऐलान किया था. जिसके बाद बोर्ड ऑफ ट्रस्टी का बयान आया है.
प्रताप भानु मेहता के इस्तीफ़े के बाद हुई बहस के दौरान एक अध्यापक ने कहा कि निजी के मुक़ाबले सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में अधिक आज़ादी है. शायद वे सोचते हैं कि यहां अध्यापकों को उनकी सार्वजनिक गतिविधि के लिए कुलपति तम्बीह नहीं करते. पर इसकी वजह बस यह है कि इन विश्वविद्यालयों के क़ानून इसकी इजाज़त नहीं देते.
प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता ने बीते मंगलवार को हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके दो दिन बाद पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. मेहता ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि विश्वविद्यालय से उनके जुड़ाव को राजनीतिक जवाबदेही के तौर पर देखा गया.
इस हफ्ते की शुरुआत में प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता ने अशोका यूनिवर्सिटी इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि स्वतंत्रता के संवैधानिक मूल्यों और सभी को समान समझने की राजनीति के पक्ष में उनका सार्वजनिक लेखन विश्वविद्यालय के लिए जोखिम माना जाता है.
प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता द्वारा सोनीपत की अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पद छोड़ने के दो दिन बाद पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर पद से इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अब अकादमिक स्वतंत्रता नहीं दे सकता.
हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका विश्वविद्यालय के फैकल्टी और छात्रों को लिखे अपने पत्र में मशहूर समाजिक चिंतक प्रताप भानु मेहता ने कहा कि उनके इस्तीफ़ा देने के समय को लेकर सवाल उठेंगे लेकिन कम से कम व्यवधान के लिए वे सत्र की शुरुआत से पहले पद छोड़ना चाहते थे.
केंद्र सरकार ने नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय की कार्यकारी समिति के सदस्यों- अर्थशास्त्री नितिन देसाई, पूर्व नौकरशाह बीपी सिंह, प्रताप भानु मेहता और प्रो. उदयन मिश्रा की जगह पत्रकार राम बहादुर राय, पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर, अर्णब गोस्वामी और भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे को नियुक्त किया है.