पाकिस्तान ने 2015 में भारत को उसकी जेल में बंद इन 17 लोगों के बारे में बताया था, जिन्होंने अपनी सज़ा पूरी कर ली है, लेकिन उन्हें वापस भारत नहीं भेजा जा सकता, क्योंकि मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण उन्हें अपने पते-ठिकाने के बारे में कुछ याद नहीं है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ इनकी जानकारी साझा की गई थी, लेकिन इनमें से किसी के बारे में छह साल बाद भी कुछ पता नहीं चल सका
ब्रिटिश सांसदों ने किसान आंदोलन- शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार संबंधी चर्चा की, भारत ने नाराज़गी जताई
भारत में तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आंदोलन के बीच ब्रिटिश सांसदों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार और प्रेस की आज़ादी को लेकर एक लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर वाली ‘ई-याचिका’ पर चर्चा की. भारत ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि इस ‘एकतरफा चर्चा में झूठे दावे’ किए गए.
भारत के वरिष्ठ राजनयिक जयंत खोबरागड़े को इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग का उप उच्चायुक्त नियुक्त किया जाना था. पाकिस्तान ने उनके नामांकन को यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि वे इस पद के लिए अत्यधिक वरिष्ठ हैं.
भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से मुलाकात के दौरान बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन ने लॉकडाउन के कारण प्रभावित बांग्लादेश के तबलीग सदस्यों और 25 बांग्लादेशी मछुआरों की जल्द वापसी का अनुरोध किया.
भारत ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी जासूसी और चरमपंथी संगठनों के साथ सांठ-गांठ जैसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. पाकिस्तान ने इन आरोपों को ख़ारिज करते हुए भारत के इस फ़ैसले की निंदा की है.
सोमवार को इस्लामाबाद में दो भारतीय उच्चायोग कर्मचरियों को कथित तौर पर गिरफ़्तार करने के बाद भारत ने पाकिस्तान के उपराजदूत को तलब किया था. बताया जा रहा है कि छोड़े जाने के बाद दोनों कर्मचारियों के शरीर पर चोटें मिली हैं, जो उनके साथ हिरासत में मारपीट होने का इशारा करती हैं.
सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त जावेद अशरफ़ का कहना है कि कोविड-19 से संक्रमित पाए गए लगभग सभी भारतीय स्थिर हैं या उनकी हालत में सुधार हो रहा है. इससे पहले ईरान में भी फंसे तक़रीबन 250 भारतीयों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
बांग्लादेश में पढ़ने वाले इन मेडिकल छात्र-छात्राओं में अधिकतर जम्मू कश्मीर से हैं. कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज और हॉस्टल बंद होने के बाद वे घर लौट रहे थे.
घटना को लेकर भारत ने विरोध जताते हुए इसकी निंदा की है. पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के एक होटल में 1 जून की शाम को भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने वार्षिक इफ़्तार कार्यक्रम का आयोजन किया था.
भारतीय उच्चायोग ने बताया कि क्राइस्टचर्च के आतंकी हमले में हमारे 5 नागरिकों की मौत की खबर साझा कर रहे हैं, जिनके नाम- महबूब खोखर, रमीज वोरा, आसिफ ओरा, अंसी अलीबावा और ओजैर कादिर हैं.