राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में भारत में महिलाओं एवं दलितों के खिलाफ अपराध में सात फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है. इस दौरान बलात्कार के प्रतिदिन कम से कम 87 मामले सामने आए हैं. उत्तर प्रदेश में साल दर साल महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं.
घटना कटिहार ज़िले के एक गांव की है, जहां पंचायत ने अवैध संबंधों के आरोप में एक युवक और उसकी महिला मित्र का सिर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया. ग्रामीणों ने महिला से सामूहिक बलात्कार किया और इसका वीडियो बनाया. फिर दोनों को निर्वस्त्र कर उनके निजी अंगों को लोहे के सरिये से दागा गया.
यह मामला बुलंदशहर का है. दादरी की रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा सुदीक्षा भाटी 11 अगस्त को अपने चचेरे भाई के साथ बाइक पर जा रही थीं. आरोप है कि रास्ते में दो बाइक सवारों द्वारा छेड़छाड़ के बाद उनका एक्सीडेंट हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई.
मामला बुलंदशहर का है. दादरी की रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा मंगलवार को अपने चाचा के साथ बाइक पर जा रही थी. आरोप है कि रास्ते में दो बाइक सवारों द्वारा छेड़छाड़ के बाद उनका एक्सीडेंट हुआ, जिसमें छात्रा की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि उन्हें छेड़छाड़ या उत्पीड़न के कोई सबूत नहीं मिले हैं.
मामला नोएडा के एक निजी अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड का है. आरोपी पेशे से डॉक्टर है और कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसे यहां भर्ती कराया गया था.
दक्षिण दिल्ली के कोविड केयर सेंटर में 15 जुलाई को यह घटना हुई. आरोप है कि एक आरोपी ने शौचालय में नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न किया, जबकि एक अन्य शख़्स ने इस घटना का वीडियो बनाया था.
आंकड़ों के अनुसार पिछले साल सितंबर के बाद महिलाओं के ख़िलाफ़ हुए विभिन्न अपराधों की सर्वाधिक शिकायतें इस साल जून में दर्ज की गईं. इससे पहले लॉकडाउन में घरेलू हिंसा और प्रताड़ना के मामले बढ़ने की बात सामने आई थी, जिसे केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ग़लत बताया था.
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम ज़िले का मामला. 25 वर्षीय महिला को जबरन शराब पिलाकर उसके पति के दोस्तों ने उनके बेटे के सामने ही उनके साथ बीते चार जून को बलात्कार किया था. इस मामले में पुलिस ने महिला के पति सहित सात आरोपियों को गिरफ़्तार किया है.
एम्स रेज़िडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर महिला डॉक्टर का फैकल्टी सदस्य द्वारा जाति और लिंग के आधार पर उत्पीड़न के मामले में प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने की शिकायत की गई.
वीडियो: एक आज़ाद औरत का चेहरा बीते कल से आज तक कितना बदल पाया है, इसी मुद्दे पर अमृता प्रीतम के हवाले से वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन के साथ दामिनी यादव की एक ख़ास बातचीत.
बीते तीन फरवरी को महाराष्ट्र के वर्धा में विकेश नगराले नामक व्यक्ति ने एक 25 वर्षीय महिला लेक्चरर को आग के हवाले कर दिया था जिसके कारण वह 40 प्रतिशत जल गई थीं.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट में मॉब लिंचिंग के आंकड़ों को शामिल नहीं किए जाने पर सफाई देते हुए गृह मंत्रालय ने कहा कि उन आंकड़ों को इसलिए नहीं शामिल किया गया, क्योंकि वे अविश्वसनीय थे और उनमें ग़लत सूचनाओं के शामिल होने का ख़तरा था.
साल 2017 की एनसीआरबी रिपोर्ट पूरे एक साल की देरी से जारी की गई है. इस रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के सबसे अधिक मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए हैं.
हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के एक स्टेनोग्राफर के ख़िलाफ़ 56 कर्मचारियों ने पिछले साल अक्टूबर में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद इन लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया था जबकि आरोपी अभी भी कैंपस में ही काम कर रहे हैं.
हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के एक स्टेनोग्राफर के ख़िलाफ़ 56 महिला कर्मचारियों ने पिछले साल अक्टूबर में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद इन महिलाओं को नौकरी से निकाल दिया गया जबकि आरोपी स्टेनोग्राफर अभी भी कैंपस में ही काम कर रहा है.