जिस तरह देश की सबसे पुरानी पार्टी ने धीरे-धीरे दलितों और ओबीसी मतदाताओं के बीच अपना मजबूत प्रभाव खोया है, उसे देखते हुए एक दलित कांग्रेस कार्यकर्ता के पार्टी प्रमुख बनने को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी शामिल हैं.
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को शुभकामनाएं देते कहा कि कांग्रेस ने कभी संकट के सामने हार नहीं मानी और आगे भी नहीं मानेगी. आज पार्टी के सामने कई चुनौतियां हैं, सबसे बड़ी चुनौती यह है कि लोकतांत्रिक मूल्यों के सामने जो संकट पैदा हुआ है, उसका मुक़ाबला कैसे करें.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पचास सालों से ज़्यादा लंबे अपने राजनीतिक करिअर में ख़ुद को अनेक बार निष्ठावान और समर्पित कांग्रेसी साबित करते हुए संकटों को सुलझाने, प्रशासन और नेतृत्व में मिसाल देने लायक हुनर का प्रदर्शन किया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को 7,897 मत प्राप्त हुए, जबकि शशि थरूर को महज 1,072 मतों से संतोष करना पड़ा. इस बीच, नतीजे आने से पहले थरूर की टीम ने चुनाव में अनियमितता का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश में डाले गए मतों को अवैध घोषित करने की मांग की थी.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दो उम्मीदवार शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे मैदान में हैं. पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है. वर्तमान में पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है.