मध्य प्रदेश के पूर्व भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय पर 2019 में नगर निगम अधिकारी से मारपीट का आरोप लगा था और घटना के वीडियो वायरल हुए थे. अब उक्त अधिकारी ने कोर्ट में कहा कि उन्हें नहीं पता कि पीछे से बल्ला मारने वाला कौन था.
मध्य प्रदेश में चौदहवीं विधानसभा (2018-2023) ने भाजपा और कांग्रेस, दो सरकारों को देखा, जहां जनता ने राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं, दल-बदल तो देखे ही, साथ ही बढ़ती कट्टरता और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को पैठ बनाते देखा. इन पांच सालों के घटनाक्रमों से प्रदेश में भविष्य की राजनीति की दिशा समझी जा सकती है.
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया है कि इंदौर में ज़िला प्रशासन भाजपा कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई कर रहा है. इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह धमकी दी. इससे पहले एक वीडियो में उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय नगर निगम के एक अधिकारी को बल्ले से पीटते नज़र आए थे.
भाजपा नेताओं के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के संसदीय दल की एक बैठक में इंदौर के विधायक आकाश विजयवर्गीय के दुर्व्यवहार पर नाराज़गी जताते हुए कड़ी टिप्पणी की थी. आकाश विजयवर्गीय ने एक जर्जर मकान ढहाने पहुंचे नगर निगम के अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटा था.
भाजपा नेताओं के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने एक बैठक में कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर किया जाना चाहिए, चाहे वो किसी का भी बेटा हो कोई फर्क नहीं पड़ता.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने रिहा होने पर कहा कि वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर ना दे. उन्होंने यह भी कहा कि जेल जाने का उनका पहला अनुभव अच्छा रहा.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय फिलहाल न्यायिक हिरासत के तहत जेल में बंद हैं. 26 जून को इंदौर में जर्जर मकान ढहाने गए नगर निगम के एक अधिकारी को आकाश ने क्रिकेट की बैट से पीटा था.
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर में मानसून के मद्देनज़र जर्जर मकान ढहाने पहुंचे नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटा. घटना के बाद आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया.