मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में बंगाल की टीएमसी सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी की ज़मानत याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने ईडी की दोषसिद्धि दर पर सवाल किया. 73 वर्षीय चटर्जी इस मामले में क़रीब ढाई साल से जेल में हैं.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने सुनवाई कर रहा है और पिछले हफ्ते इसने बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार को फटकार लगाते हुए घटना को सरकारी मशीनरी की नाकामी क़रार दिया था.
जलपाईगुड़ी ज़िले के फुलबारी इलाके में पंचायत में उनके संबंधों को लेकर सार्वजनिक अपमान किए जाने के बाद एक महिला ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली. इससे पहले उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा ब्लॉक में भी एक महिला और पुरुष को उनके रिश्तों को लेकर सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे गए थे.
मौजूदा लोकसभा में कुल मुस्लिम सांसदों की संख्या में पांच प्रतिशत से भी कम है. 2024 के आम चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनी भाजपा में फिलहाल मुस्लिम समुदाय से कोई संसदीय प्रतिनिधि नहीं है. वहीं कांग्रेस के मुस्लिम सांसदों की हिस्सेदारी में इज़ाफ़ा हुआ है.
इस बार 797 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में थीं, जिसमें से 75 ने जीत हासिल है. जहां केरल,गोवा समेत 8 राज्यों में एक भी महिला प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सकी, वहीं पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक दस सीटों पर महिला उम्मीदवार जीती हैं.
बीते 9-10 सितंबर को राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में ख़र्च को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी द्वारा कुल व्यय का विवरण साझा किया गया है.
पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और ज़िला परिषद की 73,887 सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ था. भाजपा, माकपा और कांग्रेस सहित विपक्ष ने बड़े पैमाने पर चुनावी कदाचार का आरोप लगाया है. भाजपा ने हिंसा के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराते हुए राष्ट्रपति शासन की मांग की है.
रविवार को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई विनेश और संगीता फोगाट का बस के अंदर मुस्कुराता हुआ एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर उनके विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाए जा रहे थे. प्रदर्शनकारी पहलवान बजरंग पुनिया ने मूल फोटो पोस्ट करते हुए बताया कि वायरल हुई तस्वीर फ़र्ज़ी है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने राजनीतिक दलों के आयकर रिटर्न और भारतीय निर्वाचन आयोग के समक्ष दायर किए गए दान प्राप्ति के विवरणों के आधार पर किए गए विश्लेषण में पाया गया कि वित्त वर्ष 2004-05 और 2020-21 के बीच आठ राष्ट्रीय दलों ने 15,077.97 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से प्राप्त किए.