जब दारा शुकोह ने लिखा, स्‍वर्ग वहीं जहां मुल्‍ला न रहते हों

पुस्तक अंश: दारा ने इस्लाम का गहरा अध्‍ययन किया था. उनकी किताबें अल्लाह और मुहम्मद साहब का उल्लेख करती हैं, लेकिन उन्हें विधर्मी और काफ़‍िर घोषित कर उनकी हत्या कर दी गई.

मुग़लकाल को पाठ्यक्रम से बाहर निकलवाकर ‘औरंगज़ेब-औरंगज़ेब’ खेलना क्या कहता है?

यह निर्णायक बात कि इस बहुभाषी-बहुधर्मी देश में सुलह, समन्वय, सामंजस्य और शांति के अलावा दूसरा रास्ता नहीं है, अकबर के वक़्त यानी सोलहवीं शताब्दी में ही समझ ली गई थी, उसे आज क्यों नहीं समझा जा सकता?

औरंगज़ेब और टीपू सुल्तान के नाम पर कोल्हापुर जलाने के पीछे कोई साज़िश थी?

वीडियो: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हिंदुत्ववादी संगठनों ने औरंगज़ेब और टीपू सुल्तान से संबंधित कुछ सोशल मीडिया पोस्ट के विरोध में निकाली गई रैली हिंसक हो गई थी. पुलिस ने दोनों दिन की हिंसा के संबंध में 40 से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया है. 

महाराष्ट्र: टीपू सुल्तान-औरंगज़ेब संबंधी पोस्ट को लेकर कोल्हापुर में हिंसा, 42 गिरफ़्तार

महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हिंदुत्ववादी संगठनों ने औरंगज़ेब और टीपू सुल्तान से संबंधित कुछ सोशल मीडिया पोस्टों के विरोध में रैली निकाली थी, ​जो हिंसक हो गई थी. पुलिस ने मंगलवार और बुधवार को हुई हिंसा के संबंध में लगभग 42 लोगों को गिरफ़्तार किया है. इसके अलावा हिंसा और सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में 9 केस दर्ज किए गए हैं.

भाजपा और हिंदुत्व ब्रिगेड के लिए मुग़ल नए खलनायक हैं

मुग़ल शब्द को भारतीय मुसलमानों को इंगित करने वाला प्रॉक्सी बना दिया गया है. पिछले आठ सालों में, इस समुदाय को- आर्थिक, सामाजिक और यहां तक कि शारीरिक तौर पर- निशाना बनाना न सिर्फ उन्मादी गिरोहबंद भीड़, बल्कि सरकारों की भी शीर्ष प्राथमिकता बन गई है.

राजस्थान में भाजपा शासन के दौरान भी मंदिरों को या तो ध्वस्त किया गया या हटाया गया था: रिपोर्ट

राजस्थान में अलवर ज़िले के राजगढ़ में अतिक्रमण रोधी अभियान के तहत दो मंदिरों को आंशिक रूप से ध्वस्त किए जाने को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार भाजपा के निशाने पर है. कांग्रेस शासित राज्य में राजगढ़ नगरपालिका भाजपा द्वारा संचालित है. कांग्रेस का कहना है कि इस बात के दस्तावेज़ी सबूत हैं कि नगरपालिका में मंदिरों से संबंधित अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव रखा गया था.

बेंगलुरु-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस में बांटा गया विवादित अख़बार, जांच शुरू

बेंगलुरु-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस में शुक्रवार को अंग्रेजी अख़बार ‘द आर्यावर्त एक्सप्रेस’ बांटा गया, जिसके मुख्य पृष्ठ पर इस्लामी शासन और औरंगज़ेब के संबंध में लेख छपे थे. जबकि आईआरसीटीसी का कहना है कि इस ट्रेन में डेक्कन हेराल्ड और एक कन्नड़ अख़बार बांटे जाने का निर्देश दिया गया है. एक यात्री ने जब ट्विटर पर इसके ख़िलाफ़ आपत्ति जताई तो रेलवे प्रबंधन ने सफाई पेश करते हुए जांच की बात कही है.

हिंदुत्व के पैरोकार महान अशोक से इतने ख़फ़ा क्यों रहते हैं

अशोक ने जिस भारत का तसव्वुर किया था, जिस तरह सब निवासियों के मिल-जुलकर रहने, प्रगति करने की बात की थी, उससे केंद्र में सत्तासीन हिंदुत्व वर्चस्ववादी हुकूमत और उनके समर्थकों को गहरी तकलीफ़ होती है.

अगर इतिहास बनाना है तो तैमूर, औरंगजेब, बाबर पैदा नहीं होने चाहिएः हरियाणा भाजपा प्रवक्ता

हरियाणा भाजपा के प्रवक्ता और करणी सेना अध्यक्ष सूरज पाल अमू ने धर्मांतरण, लव जिहाद और जनसंख्या नियंत्रण क़ानून पर बुलाई गई महापंचायत में कहा कि अगर भारत हमारी माता है तो पाकिस्तान के हम बाप हैं और ये पकिस्तनियों को हम यहां किराये पर मकान नहीं देंगे. इनको इस देश से निकालो, ये प्रस्ताव पास करो.

हिंदू वोट बैंक बचाए रखने की ख़ातिर नये-नये दुश्मन गढ़ना ज़रूरी है

विदेशी दुश्मनों को ज़रूरत से ज़्यादा निचोड़ लिया गया है. अब नये दुश्मन की ज़रूरत है. अब घर में तलाश की जा रही है. इसके लिए इतिहास को काम पर लगाया गया है.

जब टीपू सुल्तान ने शंकराचार्य को लिखा, ‘आप विश्व के गुरु हैं’

जब भी भीड़ के विवेक से परे हटकर टीपू सुल्तान का मूल्यांकन किया जाएगा तब उन्हें अंग्रेजी राज के ख़तरे को पहचानने और उनके ख़िलाफ़ लड़कर शहीद होने वाले शासक की तौर पर याद रखा जाएगा.

टीपू सुल्तान: इतिहास क्या है इस सवाल को जनभावना के नाम पर सड़कों पर तय नहीं किया जा सकता

जिस टीपू सुल्तान की पहचान बहादुर शासक के तौर पर होती रही है उसे अब एक धड़े द्वारा क्रूर, सांप्रदायिक और हिंदू विरोधी बताया जा रहा है.

बीबी का मकबरा में नमाज़ की इजाज़त चाहते हैं बहादुरशाह के परपोते

अंतिम मुगल बादशाह बहादुरशाह ज़फ़र का परपोता होने का दावा करने वाले शहज़ादा याक़ूब हबीबुद्दीन तूसी ऐतिहासिक बीबी का मकबरा मस्जिद में नमाज़ की इजाजत मांगी है.