सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में पलामू ज़िले के पांकी से भाजपा विधायक कुशवाह शशि भूषण मेहता कथित तौर पर बिना किसी समुदाय का नाम लिए धमकी देते दिख रहे हैं कि अगर दाढ़ी, टोपीवाले और गोमांस खाने वाले हिंदू धार्मिक स्थलों के पास देखे गए, तो उन्हें पीटा जाएगा.
यह मामला हरियाणा के पटौदी स्थित बाबा शाह मोहल्ला में 6 फरवरी को दो समूहों के बीच हुई झड़प से संबंधित है, जिसमें गोरक्षक मोनू मानेसर ने कथित तौर पर अपने लाइसेंसी हथियारों से गोलियां चलाई थी, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति घायल हो गए थे. मानेसर राजस्थान के चचेरे भाइयों जुनैद और नासिर की हत्या में भी आरोपी हैं.
गुजरात के अहमदाबाद शहर स्थित एक निजी स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम के तहत हिंदू छात्रों को कथित तौर पर नमाज़ पढ़ने के लिए कहे जाने के बाद हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था. स्कूल ने माफी मांगते हुए कहा है कि कार्यक्रम का उद्देश्य केवल छात्रों को विभिन्न धर्मों की प्रथाओं के बारे में जागरूक करना था.
वीडियो: विश्व हिंदू परिषद ने 'हिंदुओं को जगाने' के लिए 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक 'शौर्य जागरण यात्रा' निकालने का ऐलान किया है. इसे सांप्रदायिक माहौल बनाए रखने की कवायद बताया जा रहा है. इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान का नज़रिया.
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बीते 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में नूंह पुलिस सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे पोस्ट की जांच कर रही थी. एक फ़र्ज़ी एकाउंट से ऐसे ही पोस्ट करने के आरोप में मोनू मानेसर को पकड़ा गया है. वह राजस्थान के दो भाइयों जुनैद और नासिर की पीट-पीटकर हत्या मामले में भी आरोपी है.
नूंह के मेव मुसलमान सदियों से क्षेत्र के हिंदुओं के साथ घनिष्ठ संबंध और सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन साझा करते आए हैं, लेकिन 2017 के बाद से शुरू हुईं लिंचिंग की घटनाओं और नफ़रत के चलते होने वाली हिंसा ने इस रिश्ते में दरार डाल दी है.
घटना ताहिरपुर इलाके के सियोन प्रार्थना भवन में हुई. ईसाई लोगों का आरोप है कि कुछ लोगों ने आकर प्रार्थना रोक दी, वहां मारपीट और तोड़फोड़ की, साथ ही उकसावे वाले नारे लगाए. इसके बाद समुदाय के लोगों द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने जाने पर क़रीब सौ लोगों की भीड़ ने कई घंटों तक थाने को घेरकर नारेबाज़ी की.
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हरियाणा में गोरक्षकों के एक प्रमुख चेहरे मोनू मानेसर, जुनैद और नासिर की हत्याकांड मामले में नामित 21 आरोपियों में से एक हैं. 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक वाहन में दोनों चचेरे भाइयों के जले हुए शव पाए गए थे. मृतकों के ख़िलाफ़ गो-तस्करी के आरोप लगाए जाने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया था.
हरियाणा के नूंह में बीते 31 जुलाई को भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर सोशल मीडिया और कुछ समाचार वेबसाइट पर ऐसे दावे किए जा रहे थे कि नलहर महादेव मंदिर में फंसी महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था, पुलिस ने इन दावों को बेबुनियाद बताया है.
नूंह ज़िले की घटना के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे हिंदुत्ववादी संगठनों ने हिसार ज़िले के हांसी शहर में बीते 2 अगस्त को एक रैली निकाली थी, जिसमें मुस्लिम दुकानदारों के बहिष्कार का आह्वान करने के साथ ही समुदाय के लोगों को दो दिनों में शहर छोड़ने की चेतावनी दी गई थी.
वीडियो: नूंह में हुई सांप्रदायिक झड़पें और उसके बाद राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में हुई हिंसा से पहले इसके लिए हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा माहौल तैयार किया गया था, जिसकी पुष्टि कई मीडिया रिपोर्ट्स करती हैं. तमाम वीडियोज़ सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध हैं, जिनसे सवाल उठता है कि अगर सरकार चाहती, तो ऐसा नहीं होता.
वीडियो: महाराष्ट्र में एक चलती ट्रेन में आरपीएफ कॉन्स्टेबल द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी और तीन मुस्लिमों की हत्या करने और बीते दिनों हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक झड़पों की वजह एक ही है? इस बारे में चर्चा कर रहे हैं द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और डीयू के प्रोफेसर अपूर्वानंद.
वीडियो: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक तनाव के बाद गुड़गांव के बादशाहपुर में मुस्लिमों के स्वामित्व वाली दुकानों में लूट और तोड़फोड़ देखी गई, साथ ही कथित तौर पर एक मुस्लिम बहुल झुग्गी बस्ती में आगजनी की ख़बर भी आई. इसके बाद कई मुस्लिम परिवार शहर छोड़कर जा रहे हैं.