नीतीश कुमार ‘पलटू’ हैं मगर बार-बार मुख्यमंत्री कैसे बन जाते हैं?

वीडियो: क्या वजह है कि नीतीश कुमार के ऊपर 'पलटूराम' की मोहर लगती है मगर फिर भी मुख्यमंत्री की कुर्सी उनके पास ही रहती हैं? भाजपा और राजद की राजनीति इसमें कैसे मदद करती है? अजय कुमार का नज़रिया.

अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी जीतते हैं तो देश में आगे कोई चुनाव नहीं होगा: मल्लिकार्जुन खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ओडिशा में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लोगों से लोकतंत्र बचाने की अपील की और कहा कि उनके लोकसभा चुनाव जीतने पर रूस में व्लादिमीर पुतिन के राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही भारत में होगा. आगे कोई चुनाव नहीं होगा. वे (मोदी) देश पर शासन करने के लिए अपनी ताक़त का इस्तेमाल करेंगे.

क्या नीतीश के ‘इंडिया’ गठबंधन छोड़ने की वजह ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल हैं?

वीडियो: जदयू नेता नीतीश कुमार के राजद के साथ ही विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन छोड़कर दोबारा भाजपा में जाने के बारे बता रहे हैं द वायर के पॉलिटिकल एडिटर अजॉय आशीर्वाद.

नीतीश कुमार के भाजपा से गठबंधन करने पर विपक्षी नेता बोले- गिरगिट तो बस ऐसे ही बदनाम है

लालू प्रसाद यादव की राजद से गठबंधन तोड़ने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उनके साथ दो उप-मुख्यमंत्री और 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.

राजद से नाता तोड़ने के बाद भाजपा के सहयोग से नीतीश कुमार ने फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

नीतीश कुमार के अलावा भाजपा से दो उप-मुख्यमंत्रियों सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के अलावा बिजेंद्र प्रसाद यादव, संतोष कुमार सुमन, श्रवण कुमार समेत छह अन्य मंत्रियों ने भी रविवार को शपथ ली. राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि 2024 में जदयू ख़त्म हो जाएगी. ये लोग कुछ भी करें, मुझे विश्वास है कि बिहार के लोग हमारे साथ हैं.

अगर कर्पूरी ठाकुर जीवित होते तो मोदी सरकार के ख़िलाफ़ खड़े होते

कर्पूरी ठाकुर का पूरा जीवन संघर्ष बताता है कि उनकी और भाजपा की राजनीति में ज़मीन-आसमान का अंतर है. मोदी सरकार का कोई भी नेता कर्पूरी ठाकुर की नैतिकता और ईमानदारी को अपनी जीवन में जगह नहीं देता है. मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न ज़रूर दिया है मगर इसका मक़सद केवल चुनावी हिसाब-किताब है.

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न: क्या मंदिर के बाद भी नरेंद्र मोदी को 2024 का डर सत्ता रहा है?

वीडियो: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के फैसले और मंडल-कमंडल राजनीति को लेकर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया

'जननायक' के नाम से लोकप्रिय समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को पुरस्कार देने की मांग पिछले कुछ दशकों में बिहार के प्रमुख नेताओं द्वारा की गई थी. 1978 में बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े, अत्यंत पिछड़े वर्गों, शिक्षित और ग़रीब महिलाओं के लिए आरक्षण की घोषणा की थी.

बिहार: समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर का जयंती समारोह मनाने को लेकर भाजपा और जदयू आमने-सामने

बिहार में विपक्षी भाजपा और सत्तारूढ़ जदयू के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाने के लिए मिलर हाई स्कूल के आवंटन को लेकर विवाद हो गया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी को आवंटित मैदान को जदयू को आवंटित करने के लिए नीतीश कुमार सरकार की आलोचना करते हुए इसे ग़ुंडागर्दी बताया है.

नीति आयोग का दावा- भारत में 9 वर्षों में 24.8 करोड़ से अधिक लोग ग़रीबी से बाहर निकले

नीति आयोग द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में बहुआयामी ग़रीबी 2013-14 में 29.17 फीसदी से घटकर 2022-23 में 11.28 फीसदी हो गई. इस अवधि के दौरान लगभग 24.82 करोड़ लोग इस श्रेणी से बाहर आ गए हैं. ग़रीबी में सबसे ज़्यादा कमी उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में दर्ज की गई है.

बिहार: परिवार के ख़िलाफ़ जाकर विवाह करने वाले दंपति की हत्या, सालभर की बेटी को भी गोली मारी

घटना भागलपुर ज़िले के एक गांव की है. 2021 में चांदनी और चंदन कुमार सिंह ने परिवार की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ विवाह कर लिया था. मंगलवार को दोनों अपनी एक साल की बेटी को लेकर चंदन के परिवार से मिलकर लौट रहे थे, जब उन पर हमला हुआ. पुलिस के अनुसार, हमला लड़की के पिता और भाई ने किया था. 

बिहार: दलित महिला को पुलिसकर्मी द्वारा डंडे से सरेआम पीटने का वीडियो सामने आया

बिहार के सीतामढी में सार्वजनिक रूप से एक पुलिसकर्मी द्वारा एक दलित महिला की पिटाई का एक वीडियो वायरल हो गया है. पुलिस का दावा है कि अपहरण के एक मामले में दो पक्षों के बीच हुई लड़ाई के बाद पुलिसकर्मी केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे थे.

बिहार: ‘कड़े’ शिक्षा सुधारों को लेकर नाराज़गी, दो महीने में 150 से अधिक शिक्षकों ने इस्तीफ़ा दिया

बिहार में नवनियुक्त शिक्षकों में से कुछ ने कहीं और नौकरी करने के लिए इस्तीफ़ा दिया है और ज़्यादातर ने कथित तौर पर पिछले छह महीनों में बिहार शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा शुरू किए गए सुधारों के कारण नौकरी छोड़ी है. शिक्षकों के इस्तीफ़े का एक अन्य कारण ग्रामीण और दूरस्थ पोस्टिंग भी है.