द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा पाकिस्तान पर निशाना साधने के बाद पड़ोसी देश के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान पर प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ के साथ चर्चा की गई और हमने आधिकारिक तौर पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत को तलब किया है.
जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेरबॉक ने मंगलवार को इस्लामाबाद में उनके पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ एक प्रेस वार्ता में कहा था कि कश्मीर समस्या के समाधान में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका है और वे उसका समर्थन करते हैं. वहीं, भारत ने कहा है कि इस द्विपक्षीय मसले में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है.
2018 में पहली बार निर्वाचित होकर नेशनल एसेंबली पहुंचने वाले पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनज़ीर अली भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो-ज़रदारी को पहली बार सरकार में विदेश मंत्री जैसा बेहद महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है.
पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ को संसद ने निर्विरोध रूप से पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुना. 1947 में अपने गठन के बाद से देश कई शासन परिवर्तन और सैन्य तख़्तापलट के साथ राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है. वहां किसी भी प्रधानमंत्री ने अब तक पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है.
प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी से जुड़े नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष क़ासिम सूरी ने बीते तीन अप्रैल को उनके ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया था. शीर्ष अदालत ने नेशनल असेंबली को बहाल करते हुए नौ अप्रैल की सुबह अविश्वास प्रस्ताव आयोजित करने के लिए सत्र बुलाने का आदेश दिया है.
विपक्ष द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को डिप्टी स्पीकर ने ख़ारिज कर दिया. पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री फ़ारुख़ हबीब ने कहा कि राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की सलाह पर नेशनल असेंबली भंग कर दी है. चुनाव 90 दिनों के भीतर कराए जाएंगे. विपक्ष अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है.
पीटीआई के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार 179 सदस्यों के समर्थन से बनी थी लेकिन इसकी प्रमुख सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के विपक्षी पीपीपी के साथ समझौते के बाद इमरान ख़ान की पार्टी के पास 164 सदस्यों का समर्थन रह गया है. नेशनल असेंबली में पाकिस्तान के संयुक्त विपक्ष के अब 177 सदस्य हैं और प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव के लिए विपक्ष को 172 मतों की ज़रूरत है.
पाकिस्तान के कट्टरपंथी धार्मिक नेता मौलाना फ़ज़लुर रहमान के नेतृत्व में राजधानी इस्लामाबाद में जुटे प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री इमरान ख़ान पर अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन, अक्षमता और कुप्रशासन का आरोप लगाया. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और अवामी नेशनल लीग के नेता भी शामिल हुए.