साक्षात्कार: वरिष्ठ पत्रकार सागरिका घोष से उनकी नई क़िताब 'इंदिरा: इंडियाज़ मोस्ट पावरफुल प्राइम मिनिस्टर' पर मीनाक्षी तिवारी से बातचीत.
सपा में क्रॉस वोटिंग, अखिलेश-शिवपाल गुट फिर आमने-सामने, राजग को आंकड़ों में मिल रही बढ़त, राष्ट्रपति चुनाव को सोनिया गांधी ने संकीर्ण, विभाजनकारी और सांप्रदायिक नज़रिये के ख़िलाफ़ लड़ाई करार दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा, गोरक्षा को कुछ असामाजिक तत्वों ने अराजकता फैलाने का माध्यम बना लिया है. देश की छवि पर भी इसका असर पड़ रहा है.
किसी एक त्रासदी के पीड़ितों को दूसरी त्रासदी के पीड़ितों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल करना हद दर्जे का ओछापन है, जहां पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की बजाय राजनीतिक रोटियां सेंकी जाने लगती हैं.
जन गण मन की बात की 83वीं कड़ी में विनोद दुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचे हुए कार्यकाल और बेराज़गारी की समस्या पर चर्चा कर रहे हैं.
रूपा गांगुली ने कहा, 'अगर बंगाल के बाहर के टीएमसी समर्थक अपनी बहू-बेटियों-बीवियों और मांओं को ममता बनर्जी का मेहमान बनाये बिना बंगाल भेज दें और 15 दिन में उनका बलात्कार न हो जाए, तब आकर मुझे बताना.'
आयकर विभाग और सीबीआई भारत की राजनीति तय कर रहे हैं. भ्रष्टाचार तो मिटा नहीं, राजनीति तय कर देना भी कम बड़ा योगदान नहीं है.
जन गण मन की बात की 82वीं कड़ी में विनोद दुआ भाजपा आईटी सेल द्वारा फ़र्जी ख़बरें फैलाने व ऑनलाइन ट्रोलिंग के आरोपों और भाषा विवाद पर चर्चा कर रहे हैं.
नीतीश को अध्यक्ष बनाने का सुझाव देते हुए गुहा ने बताया कि वे ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कांग्रेस बगैर नेता वाली पार्टी है और नीतीश बगैर पार्टी वाले नेता हैं.
किसी व्यक्ति या संस्थान के व्यक्तित्व को कुछ शब्दों में परिभाषित किया जा सकता है. ‘वंशवाद’ शब्द से सीधे कांग्रेस हमारे दिमाग मे आती है. भ्रष्टाचार शब्द से यूपीए हमारे दिमाग में आता है. वहीं फेक या फ़र्जी शब्द अब भाजपा की मिल्कियत बनता जा रहा है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले को लेकर अपनी सहयोगी भाजपा पर निशाना साधा है.
जन गण मन की बात की 80वीं कड़ी में विनोद दुआ भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा फर्ज़ी ख़बरों को फैलाने और एयर इंडिया की इकोनॉमी श्रेणी में मासांहार बंद होने पर चर्चा कर रहे हैं.
देश के पूर्व कृषि मंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे शरद पवार ने अपनी आत्मकथा में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के संदर्भ में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की भूमिका को याद किया है.
तांत्रिकों के सान्निध्य में मंत्रियों का जाना और पाप-पुण्य के फेर में पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाना अंधश्रद्धा पर सरकारी मुहर लगाना है.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या को हिंदुत्व के ख़िलाफ़ बताया.