अंकिता हत्याकांड ने पहाड़ों की उपेक्षा को लेकर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया

राज्य बनने के इतना समय बीतने के बाद भी उत्तराखंड का युवा और समाज विकल्पहीनता से जूझ रहा है. हालात बदले नहीं बल्कि और बदहाल हो गए. सरकारों की दोषपूर्ण नीतियों, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार समेत प्रकृति व पर्यावरण संरक्षण के सवालों पर सरकारी तंत्र के पास आज भी कोई जवाब नहीं है.

अंकिता केस: धामी के आश्वासन के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार किया, रिज़ॉर्ट ढहाने पर सवाल उठाए

उत्तराखंड के पौड़ी ज़िले के यमकेश्वर में वनतारा रिज़ॉर्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता का शव ऋषिकेश के पास एक नहर से मिला था. उनके परिजनों के साथ-साथ विपक्ष ने भी आशंका जताई है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रशासन द्वारा रिज़ॉर्ट को ध्वस्त करने के चलते सबूत भी नष्ट हो गए होंगे.