छत्तीसगढ़: मवेशी ले जा रहे दो लोग मृत पाए गए; परिजनों का लिंचिंग का आरोप

ऐसा बताया जा रहा है कि हत्या गोतस्करी के संदेह में की गई है. एक कथित वायरल वीडियो में मृतकों के एक साथी को घायल अवस्था में यह कहते देखा जा सकता है कि 14-15 लोगों ने उन पर हमला किया था और शवों को पुल से नीचे फेंक दिया. मृतकों की पहचान गुड्डू खान और चांद मियां के रूप में हुई है.

‘बीजापुर मुठभेड़ फ़र्ज़ी, मृतकों का माओवादियों से कोई संबंध नहीं’

छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में सुरक्षा बलों ने 10 मई को एक मुठभेड़ में 12 कथित माओवादियों को मारने का दावा किया है. मृतकों के परिजनों का कहना है कि 12 में से 10 मृतक पीडिया और ईतावर गांव के निवासी थे और खेती-किसानी किया करते थे.

छत्तीसगढ़: ग्रामीणों का फ़र्ज़ी मुठभेड़ का दावा, कहा- पुलिस ने स्थानीयों को नक्सली बताकर मारा

छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में सुरक्षा बलों द्वारा बीते हफ्ते एक मुठभेड़ में 12 कथित माओवादियों को मार गिराने की बात कही गई थी. अब ग्रामीणों का कहना है कि कुछ ग्रामीण जंगल से तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे और तभी सुरक्षा बल वाले उनकी ओर बढ़े, जिसे देखकर वे भागने लगे और तभी उन पर गोली चला दी गई.

बस्तर के पुलिस अभियान में आई सहसा तेज़ी: इस वर्ष पचास कथित नक्सली मुठभेड़ में मारे गए

पिछले वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद नक्सलियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन ने गति पकड़ ली थी. चुनाव के नतीजे भी नहीं आ पाए थे कि नक्सलियों के इलाकों में कैंप खोलने की मुहिम तेज़ कर दी गई.

छत्तीसगढ़ सरकार ने पुलिस विभाग को छोड़कर सरकारी नौकरियों के लिए आयु सीमा 5 वर्ष बढ़ाई

यह निर्णय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान लिया गया. छत्तीसगढ़ में अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष थी, जो अब 35 वर्ष होगी. जो आवेदक छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं, उन्हें 31 दिसंबर 2028 तक आयु में छूट मिलेगी. युवा छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग सहित किसी भी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं.​

छत्तीसगढ़: सुकमा में मारे गए दो लोगों के परिवारों ने पुलिस पर फ़र्ज़ी एनकाउंटर का आरोप लगाया

कथित एनकाउंटर में मारे गए रावा देवा और सोडी कोसा ताड़मेटला गांव के निवासी थे. परिवारों का कहना है कि दोनों किसान थे और उनके पास उनकी पहचान के वैध दस्तावेज़ भी हैं. वहीं, पुलिस ने दोनों के नक्सली होने का दावा किया है. सुकमा कलेक्टर ने बताया कि मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं. 

छत्तीसगढ़: पाटन में कथित बजरंग दल सदस्यों ने प्रार्थना के लिए जुटे ईसाइयों पर हमला किया

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्वाचन क्षेत्र पाटन स्थित एक घर में रविवार की प्रार्थना कर रहे ईसाई समुदाय के लोगों पर बजरंग दल के सदस्यों ने जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाकर कथित तौर पर हमला किया. आरोप है कि पुलिस ने हमलावरों को जाने दिया और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को हिरासत में ले लिया.

छत्तीसगढ़: बेमेतरा सांप्रदायिक हिंसा पर भड़काऊ पोस्ट करने को लेकर भाजयुमो नेता पर केस

छत्तीसगढ़ के बेमेतरा ज़िले के बीरनपुर गांव में हिंदू समाज के नेताओं द्वारा अंतरधार्मिक विवाहों को लेकर मुसलमानों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान करने के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है. अब तक तीन हत्याएं हो चुकी हैं. इसी कड़ी में भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष शुभांकर द्विवेदी ने अपने सोशल मीडिया पेज पर एक भड़काऊ पोस्ट किया था.

छत्तीसगढ़ पुलिस ने भाजपा के आठ पदाधिकारियों को ‘नफ़रत भरे पोस्ट’ के लिए नोटिस भेजा

कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने पुलिस से शिकायत कर भाजपा की राज्य इकाई के सदस्यों पर पार्टी के आधिकारिक हैंडल सहित सोशल मीडिया के माध्यम से नफ़रत फैलाने का आरोप लगाया था. पुलिस ने भाजपा पदाधिकारियों से पेश होकर ऐसी पोस्ट से संबंधित तथ्यात्मक बयान प्रस्तुत करने के लिए कहा है.

छत्तीसगढ़ में अचानक सांप्रदायिक घटनाएं क्यों बढ़ गई हैं?

छत्तीसगढ़ में बेमेतरा ज़िले के बिरनपुर गांव में हुई कथित सांप्रदायिक हिंसा के ख़िलाफ़ हिंदू संगठनों ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था. इस दौरान जगदलपुर में बस्तर क्षेत्र के भाजपा नेताओं और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में मुसलमानों और ईसाइयों के आर्थिक बहिष्कार का संकल्प लेता वीडियो सामने आया है.

छत्तीसगढ़: कथित धर्मांतरण को लेकर नारायणपुर में हुई झड़प मामले में अब तक 26 लोग गिरफ़्तार

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर ज़िले के गोर्रा गांव में बीते एक जनवरी को कथित धर्मांतरण को लेकर ईसाई परिवारों पर हुए हमले में एक पुलिस अधिकारी समेत कई लोग घायल हो गए थे. इसके अगले दिन दो जनवरी को नारायणपुर में धर्मांतरण के विरोध में एक सभा हुई थी, जिसके बाद भीड़ ने शहर के एक स्कूल में स्थित चर्च में तोड़फोड़ की थी.

छत्तीसगढ़: कार्यकर्ता हिड़मे मरकाम जेल से रिहा, पुलिस आतंकवाद के आरोप साबित नहीं कर सकी

छत्तीसगढ़ की जानी-मानी वन अधिकार और क़ैदी अधिकार कार्यकर्ता हिड़मे मरकाम को 9 मार्च 2021 को दंतेवाड़ा में एक सभा के दौरान गिरफ़्तार कर लिया गया था. उन पर हिंसक नक्सली हमलों और हत्या जैसे पांच मामले दर्ज किए गए थे. करीब दो साल की क़ैद के बाद वे रिहा हुई हैं. अब तक वे चार मामलों में बरी हो चुकी हैं, जबकि एक मामला लंबित है.

छत्तीसगढ़: चर्च में तोड़फोड़ मामला, भाजपा नेताओं समेत कई लोग गिरफ़्तार

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर शहर में बीते दो जनवरी को कथित धर्मांतरण के विरोध में लोगों के एक समूह द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान एक चर्च में तोड़फोड़ की गई थी. पुलिस ने बताया कि कथित धर्मांतरण को लेकर अलग-अलग हिंसक घटनाओं के सिलसिले में भाजपा के वर्तमान और पूर्व ज़िलाध्यक्षों सहित कम से कम 11 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.

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