वीडियो: मध्य प्रदेश के इंदौर में 13 वर्षीय स्कूली छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न और पहचान से जुड़े दस्तावेज़ों की जालसाज़ी के मामले में साढ़े तीन महीने तक जेल में रहने के बाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले चूड़ी विक्रेता तसलीम अली को ज़मानत पर रिहा कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर में 13 वर्षीय स्कूली छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न और पहचान से जुड़े दस्तावेज़ों की जालसाज़ी के मामले में साढ़े तीन महीने तक जेल में रहने के बाद ज़मानत पर रिहा हुए चूड़ी विक्रेता तसलीम अली ने दावा किया कि वह बेगुनाह हैं और उन्हें छेड़छाड़ के झूठे मामले में फंसाया गया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर में इस साल रक्षाबंधन के मौके पर कुछ लोगों ने चूड़ी बेच रहे तस्लीम अली का नाम पूछकर उनकी बर्बर पिटाई कर दी थी. इसे लेकर जब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई, तो दूसरे पक्ष की ओर से अली पर एक नाबालिग से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज कराया गया था.
मध्य प्रदेश के खरगोन ज़िले में बिशन भील नामक व्यक्ति को चार सितंबर को पुलिस ने 11 अन्य लोगों के साथ एक गांव में लूट और डकैती के मामले में गिरफ़्तार किया था. खरगोन उप-जेल में सात सितंबर को उनकी मौत हो गई थी. घटना के बाद सरकार ने सात सितंबर को चार पुलिसकर्मियों और एक जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया था. मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
मध्य प्रदेश के देवास ज़िले का मामला. राज्य में यह इस तरह का दूसरा मामला है. बीते 21 अगस्त को इंदौर शहर में भी एक मुस्लिम चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली के साथ बर्बर मारपीट की घटना हुई थी. हालांकि अली को बीते 25 अगस्त को पॉक्सो एक्ट के तहत एक 13 वर्षीय लड़की को चूड़ियां बेचते समय अनुचित तरीके से छूने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.
पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के हरदोई ज़िले के 25 वर्षीय चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली ने रविवार देर रात शिकायत दर्ज कराई कि इंदौर के गोविंद नगर में पांच-छह लोगों ने उनका नाम पूछा और नाम बताने पर लोगों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया. राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सावन के पवित्र माह में इस शख़्स द्वारा ख़ुद को हिंदू बताकर महिलाओं को चूड़ियां बेचने से विवाद की शुरुआत हुई.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में नौकरियां सभी के लिए हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में ये सिर्फ़ राज्य के लोगों के लिए हैं.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब नौकरियों के अवसरों का अभाव है, ऐसे समय में राज्य के युवाओं की चिंता करना हमारा कर्तव्य है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ख़ुद के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी देते हुए जनता से सावधान रहने की अपील की है. उन्हें भोपाल के कोविड-19 के लिए अधिकृत चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया है.
संविधान के अनुच्छेद 164 (1ए) के मुताबिक किसी राज्य में मंत्रिपरिषद में कुल मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री समेत उस राज्य के विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती. मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने अपनी याचिका में कहा है कि राज्य में इसका उल्लंघन हुआ है.
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार बनने के तीन महीने बाद हुए मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा के कई नेता अपनी नाराज़गी जता चुके हैं. जानकारों का कहना है कि यह फ़ैसला उपचुनावों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. नतीजों के बाद की परिस्थितियों में मंत्रिमंडल में फिर से फेरबदल होगा.
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराकर मुख्यमंत्री बनने वाले शिवराज सिंह चौहान ने करीब तीन महीने बाद पूर्ण कैबिनेट का गठन किया है. इसमें 16 भाजपा विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 12 विधायकों को शामिल किया गया है.
इंदौर में 12 जून को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता की अगुवाई में कमला नेहरू कॉलोनी में अनाज वितरण कार्यक्रम किया गया, जहां लोगों द्वारा राशन की छीनाझपटी देखने को मिली. इस कॉलोनी में तीन कोरोना हॉटस्पॉट हैं.
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित ज़िलों में मध्य प्रदेश का इंदौर भी शामिल है. मरीज़ों की मौत की जानकारी देरी से देने के कारण स्वास्थ्य विभाग के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं, शाजापुर में इलाज का पूरा बिल न चुका पाने कारण एक बुज़ुर्ग को कथित तौर पर बेड पर रस्सियों से बांधने का मामला सामने आया है.
इंदौर और उज्जैन दोनों ही मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में बसे हुए हैं. छह अंचलों में विभाजित मध्य प्रदेश में मालवा-निमाड़ ही कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है.