बीते 13 अक्टूबर को बहराइच के महाराजगंज इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा में गोपाल मिश्रा नामक एक हिंदू युवक की गोली लगने से मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. सोमवार को गुस्साई और उग्र भीड़ ने मिश्रा की मौत का विरोध किया और दुकानों, वाहनों, एक निजी अस्पताल और अन्य संपत्तियों को आग लगा दी. इस बीच, भाजपा विधायक ने सोशल मीडिया पर मुस्लिम पत्रकारों की एक सूची साझा करते हुए एक और सांप्रदायिक आग भड़का दी.
कांग्रेस के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी खाद्य विक्रेताओं और भोजनालयों को ग्राहकों के लिए ‘पारदर्शिता’ बढ़ाने के लिए अपने मालिकों के नाम और पते प्रदर्शित करने का निर्देश दिया. मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह निर्णय किसी अन्य राज्य द्वारा प्रेरित नहीं है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने 29 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में ‘अखिल भारतीय मुस्लिम महापंचायत’ आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. अदालत ने कहा कि इस कार्यक्रम से उस समय होने वाले कई हिंदू त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है.
महाराष्ट्र में कोल्हापुर के कई शैक्षणिक संस्थानों में हाल ही में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है. पुलिस पर उन शिक्षकों के ख़िलाफ़ मामले दर्ज करने का दबाव है, जो दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी समूहों पर सवाल उठाते हैं. ऐसे कई संगठनों को इस क्षेत्र में मजबूत आधार मिल रहा है, जिससे मुस्लिम समुदाय पर हिंसक हमलों सहित क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा मिला है.
हरियाणा के नूंह और गुड़गांव इलाकों में जारी सांप्रदायिक तनाव के दौरान मंगलवार को गुड़गांव के बादशाहपुर में बिरयानी बेचने वाली दुकानों को निशाना बनाया गया और बसई रोड पर पटौदी चौक पर दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की. इसी बीच, गुड़गांव ज़िले के सभी पेट्रोल पंप पर खुला ईंधन बेचने पर रोक लगा दी गई है.
बजरंग दल ने दरांग ज़िले के महर्षि विद्या मंदिर स्कूल में पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर 350 युवाओं को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया था. विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया ने इस बारे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बजरंग दल के ख़िलाफ़ कार्रवाई और ज़िला प्रशासन की भूमिका की जांच की मांग की है.
राजस्थान के अलवर ज़िले के बहादुरपुर स्थित एक मस्जिद में बीते 20 जून को भीड़ ने तोड़फोड़ करने के साथ आग लगा दी थी. आरोप है कि इस दौरान भीड़ ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के साथ मुसलमानों के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी भी की थी.
30 मार्च को हावड़ा जिले में रामनवमी के जुलूस के दौरान कथित पथराव के बाद हुई हिंसा में 10 लोग घायल हो गए थे. इसके अगले तीन दिनों में हिंसा उत्तरी दिनाजपुर और हुगली ज़िलों में फैल गई, जहां आठ लोग घायल हुए थे. भाजपा ने एक याचिका दायर कर हिंसा की घटनाओं की जांच एनआईए से करवाने की मांग की है.
बिहार के नालंदा ज़िले के मुख्यालय बिहार शरीफ़ में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के मामले में बजरंग दल के ज़िला संयोजक कुंदन कुमार को गिरफ़्तार किया गया है. बीते 31 मार्च को यहां हुई हिंसा के दौरान एक युवक की मौत हो गई थी.
वीडियो: रामनवमी पर नफ़रत की राजनीति करने वालों ने बिहार शरीफ़ की अज़ीज़िया लाइब्रेरी को आग के हवाले कर दिया. इस 110 साल पुरानी लाइब्रेरी में इस्लामिक साहित्य की लगभग 4500 किताबें रखी गई थी. अज़ीज़िया मदरसा के इमाम और लाइब्रेरी के प्रिंसिपल से इस सांप्रदायिक हिंसा के बारे में जानने की कोशिश की गई.
वीडियो: रामनवमी का पर्व देश के कई राज्यों में नफ़रत की भेंट चढ़ता जा रहा है. बिहार में नालंदा ज़िले के बिहार शरीफ़ में इस दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानों को जलाकर लूटपाट की गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब क़रीब 5 घंटे तक चलता रहा उसके बाद पुलिस पहुंची.
रामनवमी पर धार्मिक जुलूसों के दौरान मुसलमानों को निशाना बनाने वाली हिंसा की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए 57 देशों के समूह ‘इस्लामिक सहयोग संगठन’ ने भारतीय अधिकारियों से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने का आह्वान किया है. भारत ने ‘सांप्रदायिक मानसिकता’ का उदाहरण बताते हुए इसकी निंदा की है.
रामनवमी का त्योहार के बाद बिहार और पश्चिम बंगाल कुछ शहरों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. बीते 1 अप्रैल की रात बिहार शरीफ़ शहर में दो समूहों के बीच हुई गोलीबारी में एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई. इन घटनाओं के चलते तनाव व्याप्त है.
बिहार में नालंदा के बिहार शरीफ़ में बीते शुक्रवार को दो समूहों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि रोहतास ज़िले के सासाराम शहर में एक विस्फोट में छह लोग घायल हो गए थे. हिंसा के बाद राज्य में तनाव व्याप्त होने ने गृह मंत्री अमित शाह ने सासाराम की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है.
अपने विवादित बयानों के लिए पहचाने जाने वाले हैदराबाद से विधायक टी. राजा सिंह को बीते वर्ष भाजपा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित वीडियो जारी करने के चलते निलंबित कर दिया था. सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने के चलते जेल में रहने के बाद उनके रिहाई आदेश में अदालत ने तीन मुख्य शर्तें लगाई थीं, जिनमें भड़काऊ भाषण न देने की भी बात थी.