मंगलवार को मारे गए एक टीएमसी नेता के घर पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने विजय जुलूसों के नाम पर कई जिलों में अव्यवस्था फैलाई है.
राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में क़रारी हार से शर्मसार हुई कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारकों के नाम को हटाना, स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव करने संबंधी इस प्रकार के निर्णय ले रही है.
चुनावी ख़र्च पर आई सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज़ की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 20 सालों में 1998 से 2019 तक हुए लोकसभा चुनावों में हुआ व्यय छह गुना बढ़ा. इस साल के आम चुनाव में औसतन प्रत्येक लोकसभा सीट पर लगभग 100 करोड़ रुपये ख़र्च किए गए.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पायलट साहब ने कहा था कि कांग्रेस जोधपुर की सीट पर बहुत भारी बहुमत से जीतेगी. हमने शानदार प्रचार किया तो मैं समझता हूं कि पायलट साहब कम से कम उस सीट की ज़िम्मेदारी तो लें. जोधपुर सीट का पूरा पोस्टमॉर्टम होना चाहिए कि हम लोग क्यों नहीं जीते.
केंद्र और पुदुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की अवकाश पीठ ने निर्देश दिया है कि सात जून को होने वाली कैबिनेट बैठक में लिए किसी भी वित्तीय फैसले को 21 जून तक लागू न किया जाए.
केरल के कांग्रेस नेता एपी अब्दुल्लाकुट्टी ने कुछ दिन पहले फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि एनडीए की जीत मोदी के विकास के एजेंडे की स्वीकार्यता दिखाती है. उनकी सफलता का राज है कि उन्होंने गांधीवादी मूल्यों को अपनाया.
राहुल गांधी के इस्तीफ़ा देने के प्रस्ताव और चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस की आगे की रणनीति पर विश्लेषण कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
यह देखना दिलचस्प होगा कि नरेंद्र मोदी सारी सत्ता व अधिकार अपनी मुट्ठी में क़ैद रखने की अपने पिछले कार्यकाल की रीति-नीति बदलने में कोई दिलचस्पी रखते हैं या नहीं?
15 साल बाद मध्य प्रदेश की सत्ता पर क़ब्ज़ा जमाने वाली कांग्रेस लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 29 सीटों में से सिर्फ़ एक सीट पर ही जीत दर्ज कर सकी.
कांग्रेस और विपक्ष को चाहिए था कि वो मोदी को रफाल की बजाय राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, बेरोज़गारी, किसानों की आत्महत्या पर बहस के लिए ललकारते.
राहुल गांधी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी संविधान और हर भारतीय के लिए लड़ रहे हैं. हमारे पास अभी भी 52 सांसद हैं और हम हर दिन भाजपा से लड़ेंगे.
2019 में भारतीय जनता पार्टी को जो जनादेश मिला है, वह असाधारण होते हुए भी अधूरा है और खंडित है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने शो में कांग्रेस प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं करें.
क्या नरेंद्र मोदी यह कहना चाह रहे हैं कि मुस्लिमों को जिस भय की राजनीति का सामना करना पड़ रहा है, वे उसे ख़त्म करने की कोशिश करेंगे? अगर उन्हें गंभीरता के साथ इस ओर काम करना है तो इसकी शुरुआत संघ परिवार से नहीं होनी चाहिए.
पूर्व में बहुमत अंकगणित से हासिल होता था, जो सामाजिक समूहों को एक साथ जोड़कर होता था, यह बहुमत सिर्फ वैचारिक मंच पर ही नहीं, बल्कि सत्ता में सभी की भागीदारी का वादा करके हासिल होता था. 2014 में भाजपा ने ख़ुद को चुनावी अंकगणित से दूर कर लिया और ध्रुवीकरण की प्रक्रिया से राष्ट्रीय बहुमत हासिल किया.