अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल की पहली पत्नी दांगविम्साई पुल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से उनके पति द्वारा लिखित 60 पन्नों के सुसाइड नोट में दर्ज भ्रष्टाचार के आरोपों पर संज्ञान लेने की गुज़ारिश की है.
द वायर के पास 60 पन्नों का वह सुसाइड लेटर है जिसे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल ने आत्महत्या करने के चंद घंटे पहले लिखा था, जिसमें उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
एक दौर में मुलायम सिंह यादव को इस बात की आशंका थी कि संघ उनकी हत्या की साज़िश रच रहा है.
आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कवर करने के क्रम में उन्नाव आया हूं. उन्नाव रेलवे स्टेशन के पास चौराहे पर निराला की प्रतिमा लगी है. इसका भी एक इतिहास है जो ज़िले की राजनीति की झलक दिखाता है.
उम्मीदवारों के चयन से उभरे असंतोष और मतदाताओं में बदले जातीय गुणा-गणित से यूपी इलेक्शन के तीसरे चरण में समाजवादी पार्टी की राह मुश्किल हो सकती है
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जेएस खेहर को पत्र लिखने के अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की बात कही है.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के गठबंधन ने नोटबंदी को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है, लेकिन भाजपा इससे परहेज़ करने की कोशिश कर रही है.
अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे.
व्यापमं मामले और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से बातचीत
एक महिला से सामूहिक बलात्कार और उसकी नाबालिग बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई होगी.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को 11 जिलों की 67 सीटों पर मतदान हो रहा है.
नरेंद्र मोदी के पूरे प्रशासनिक-राजनीतिक सफर पर निगाह डालें तो पाएंगे कि मोदी खुद रेनकोट पहनकर नहाने की कला में मनमोहन सिंह से ज्यादा माहिर हैं.
उत्तराखंड क्रांति दल ने ही अलग उत्तराखंड राज्य की स्थापना की मांग की थी. यह क्षेत्रीय दल आज सिर्फ एक विधायक के साथ अपनी जमीन तलाश रहा है.
इस चरण में सपा, भाजपा और बसपा के कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कई नेताओं की पत्नियों ने मोर्चा संभालकर उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में लगी हुई हैं.