भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 4.25 लाख से अधिक हो गए हैं और 13,699 लोगों की जान जा चुकी है. पूरी दुनिया में रविवार को बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 183,000 नए मामले सामने आए. दुनिया भर में अब तक 4.68 लाख से अधिक की मौत. दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राज़ील में मरने वालों की संख्या 50 हज़ार के पार.
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के आकलन के लिए 27 जून से सात जुलाई के बीच सेरोलॉजिकल सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसके तहत 20,000 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे.
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में कोरोना वायरस से यह छठी मौत है. बल के कुल 255 संक्रमित जवानों का इलाज चल रहा है, जबकि 347 जवान संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण के तहत लगे लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बावजूद बाज़ार की छोटी-बड़ी दुकानों के कारोबार में अभी सुधार नहीं हुआ है. साथ ही उपभोक्ताओं ने भी यह माना है कि उनके ख़र्च में पहले की तुलना में कमी ही रहेगी.
कोरोना वायरस के मद्देनज़र जेलों में क़ैदियों की संख्या कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ये समिति बनाई गई थी. समिति ने क़ैदियों को ज़मानत या पैरोल देने के मानदंडों में भी ढील दी है.
भारत में लगातार 10 दिन से कोरोना वायरस संक्रमण के 10,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. इस महामारी से भारत में 13,254 लोग और पूरे विश्व में 4.64 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
दिल्ली सरकार के आदेश में कहा गया है कि सभी निजी अस्पतालों के लिए आइसोलेशन बेड की नई दर आठ से 10 हज़ार रुपये तय की गई है. बिना वेंटिलेटर के आईसीयू के बेड का शुल्क 13 से 15 हज़ार रुपये और वेंटिलेटर के साथ आईसीयू में बेड का शुल्क 15 से 18 हज़ार रुपये तय किया गया है.
दिल्ली के रहने वाले संदीप गर्ग को सांस लेने में तकलीफ के चलते जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी बेटी का आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ का व्यवहार काफ़ी ख़राब था. उन्होंने तमाम औपचारिकताएं और पेपर वर्क पूरा करने का हवाला देकर मेरे पिता को भर्ती करने में बहुत देर कर दी.
दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने कोरोना वायरस जांच की कीमतें घटाई हैं. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वह जांच की अधिकतम कीमत तय करे, देश में कीमतों में एकरूपता होनी चाहिए.
जम्मू में बीते 18 जून को कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के दौरान उनके दो रिश्तेदारों की मौत हो गई थी. परिजनों को आरोप है कि दोनों की मौत प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है. भीषण गर्मी के बावजूद उन्हें पीपीई किट पहनाकर एक श्मशान भूमि से दूसरे श्मशान भूमि घुमाया गया. पानी की कमी से उनकी मौत हो गई.
घटना फरीदाबाद के बीके अस्पताल की है, जहां एक विवाद में मारे गए युवक का शव अस्पताल की मोर्चरी से गायब हो गया था. परिजनों द्वारा पूछताछ के बाद सामने आया कि अस्पताल प्रशासन ने इसे कोरोना संक्रमित लावारिस शव समझकर अंतिम संस्कार कर दिया. मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.
आईसीएमआर की ओर से कहा गया है कि राज्य परीक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक क़दम उठाएं, ताकि लक्षण वाले हर व्यक्ति की जांच संभव हो पाए. इससे संक्रमण का जल्द पता लगाने और इसे रोकने में मदद मिलेगी और लोगों की ज़िंदगी बच पाएगी.
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडेहनम ग्रेब्रेयेसस ने कहा कि विषाणु अब भी तेजी से फैल रहा है और भौतिक दूरी, मास्क लगाने तथा हाथ धोने जैसे कदम आज भी महत्वपूर्ण हैं.
भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 13 हज़ार के क़रीब पहुंची. विश्व में अब तक 4.60 लाख लोग जान गंवा चुके हैं. ब्राज़ील में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख के पार हुई. चीन ने संक्रमण के नए मामलों में पाए जाने वाले वायरस की जीनोम श्रृंखला विश्व स्वास्थ्य संगठन को सौंपी.
उन लोगों के लिए ये राहत भरा क़दम हो सकता है जो उचित पारदर्शिता और जवाबदेही नहीं होने के कारण पीएमएनआरएफ और पीएम केयर्स फंड में अनुदान देने को लेकर संशय की स्थिति में थे.